पटना । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि एक या दो पैग शराब लेने में ‘‘कुछ भी गलत नहीं है।'' उन्होंने कहा, ‘‘जनता को बड़े साहबों का अनुकरण करना चाहिए जो चुपचाप रात में कुछ घूंट का आनंद लेते हैं और सो जाते हैं। इसलिए, कभी पकड़े नहीं जाते।''
मांझी ने चिकित्सकीय आधार पर सीमित मात्रा में शराब के फायदे बताने वाले अखबार के लेखों का भी हवाला दिया। उन्होंने  राज्य के गरीबों को सलाह दी कि वे शराब पीने की कला अमीर लोगों से सीखें, जो नशा के बाद हंगामा नहीं करते और चुपचाप सो जाते हैं। बिहार में शराबबंदी लागू है। मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में भागीदार है। मांझी ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। मांझी ने एक शराबी व्यक्ति की गिरफ्तारी के बारे में मीडिया में आई खबरों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अनर्थ हो रहा है।'' मामले में एक व्यक्ति काम के बाद शराब पीकर सड़क किनारे बैठकर हंगामा कर रहा था तभी पुलिस वहां पहुंच जाती है। सांस की जांच के बाद उस व्यक्ति को जेल भेज दिया गया।
बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध है। विधानसभा चुनावों के दौरान राज्य की महिलाओं से नीतीश कुमार के वादे के बाद प्रतिबंध का यह कदम उठाया गया था।
मांझी के बेटे संतोष सुमन राज्य के मंत्री हैं। मांझी ने कहा, ‘‘गरीब, मजदूर चाहे वे किसी भी जाति, धर्म के हों, दिनभर कठिन मेहनत के बाद आराम चाहते हैं, लेकिन पीने के बाद हंगामा के कारण वे बदनाम हैं। अगर वे सही से पीना सीख जाएं और संयमित रहें तो कोई परेशानी नहीं होगी।''