भोपाल ।   राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित देश के पहले जल मंत्रियों के सम्‍मेलन का आज दूसरा और अंतिम दिन है। आज इस सम्‍मेलन में महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पहुंचे। यहां दूसरे दिन शुक्रवार को महाराष्ट्र की जल नीति का प्रेजेंटेशन दिया गया। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सम्मेलन में वाटर गवर्नेंस थीम पर आधारित प्रेजेंटेशन दिया। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में वाटर रेगुलेटरी अथारटी पानी की कीमत तय करती है। हमने पालिसी बनाई है कि उद्योगों को सामान्य पानी नहीं दिया जाएगा। उद्योगों को केवल ट्रीटेड पानी ही दिया जाएगा और स्थानीय नगरीय निकायों से उद्योगों को पानी खरीदना अनिवार्य किया गया है। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जलशक्‍ति राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने देवेंद्र फडणवीस का मोमेंटो देकर अभिवादन किया। बाद में फननवीस ने मंच पर उपस्थित मंत्रियों का पीकू जैकेट और मोमेंटो भेंट कर अभिवादन किया। जल शक्ति मंत्रलाय के द्वारा आयोजित प्रथम राज्य मंत्रियों के सम्मेलन में भोपाल आए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट द्वारा स्वागत किया गया एवं दोनों राज्यों में सिंचाई को बढ़ावा देने तथा अंतरराज्यीय जल समझौते के तहत कार्य करने के संबंध में चर्चा की। गौरतलब है कि वाटर विजन@2047 नामक इस सम्‍मेलन में सभी राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और सिंचाई मंत्री तथा संबंधित विभागों के अधिकारी सम्मिलित हैं। इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के विभिन्‍न राज्‍यों में मौजूद जल समस्याओं के समाधान का रोडमैप तैयार किया जाएगा। दो दिवसीय इस आयोजन में पांच विषयों – जल की कमी- जल की अधिकता और पहाड़ी इलाकों में जल-संरक्षण, पानी का दोबारा इस्तेमाल, जल सुशासन, जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने में सक्षम जल अधो-संरचना और जल गुणवत्ता पर सत्रों का आयोजन किया गया है।