मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने सीएम एकनाथ शिंदे सहित 54 विधायकों को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस दलबदल विरोधी कानून उल्लंघन के लिए प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों की दायर याचिकाओं के बाद दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा ‎कि मेरे कार्यालय ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मैंने उनसे सात दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने को कहा है, ऐसा न करने पर यह माना जाएगा कि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। उस स्थिति में, मैं एक पक्षीय आदेश पारित करूंगा। जिन 54 विधायकों को नोटिस भेजा गया है, उसमें शिंदे गुट के 39, शिवसेना (यूबीटी) के 14 और एक अन्य का नाम शामिल है। नार्वेकर की ओर से विधायकों को भेजे नोटिस की कार्रवाई महत्वपूर्ण राजनीतिक महत्व रखती है। दरअसल राजभवन में राज्य के उत्पाद शुल्क मंत्री शंभुराज देसाई के पिता और अनुभवी कांग्रेस नेता बालासाहेब देसाई पर एक पुस्तक के विमोचन के लिए आयोजित कार्यक्रम में नार्वेकर ने कहा था कि जल्द ही वह एक क्रांतिकारी निर्णय लेंगे। सुनील प्रभु ने 21 जून, 2022 को एक व्हिप जारी कर शिंदे सहित सभी शिवसेना विधायकों को उद्धव ठाकरे की बुलाई बैठक में मौजूद रहने का निर्देश दिया था। 
प्रभु ने शिंदे और 15 अन्य के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही कर कहा कि उन्होंने व्हिप का पालन नहीं किया, जो कि संविधान की 10वीं अनुसूची का उल्लंघन है। इसी आधार पर 23 विधायकों को अयोग्यता का एक और नोटिस दिया गया। जब यह कार्यवाही अध्यक्ष के समक्ष लंबित थी, इसके बावजूद शिंदे गुट ने 14 शिवसेना (यूबीटी) विधायकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी। फिर भी विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर की ओर से कोई फैसला नहीं आने पर प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।