हरदा ।   मध्य प्रदेश के हरदा में मगरदा रोड स्थित बैरागढ़ रेहटा नामक जगह पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह आग लग गई। इसके बाद भयानक विस्फोट होने लगे। ब्लास्ट इतने तेज थे कि आसपास की इमारतों को भी उन्होंने हिला दिया। कुछ इमारतों के गिरने की सूचना है। आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इससे कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। पुष्टि अब तक नहीं हुई है। 100 के लगभग घायल बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा ब्लास्ट को लेकर आपात बैठक बुलाई। साथ ही मंत्री उदय प्रताप सिंह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को हरदा रवाना होने के निर्देश दिए हैं।  हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। फायर ब्रिगेड भी आग बुझाने के लिए पहुंच गई। ब्लास्ट होने का सिलसिला थम नहीं रहा, जिससे राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। घायलों और मृतकों में बच्चों और महिलाओं के होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है।   शुरुआती जानकारी के अनुसार यह पटाखा फैक्ट्री राजू अग्रवाल की है। ब्लास्ट इतने भीषण थे कि आसपास के मकान गिर गए।  

मुख्यमंत्री ने की आपात बैठक

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरदा की घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। भोपाल और इंदौर के मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। साथ ही इंदौर और भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। 

पास की गोशाला को भी पहुंचा नुकसान

ब्लास्ट इतने भीषण थे कि पास में ही स्थित एक गोशाला को भी नुकसान पहुंचा है। वहां के एक कर्मचारी ने बताया कि खिड़कियों के कांच टूट गए। इससे मुनीम को चोटें आई हैं। इलाज किया जा रहा है। 

कई किमी तक भूकंप जैसी स्थिति

पटाखा फैक्ट्री में आग के बाद तेज धमाके हुए। करीब 10 से 15 बड़े धमाके हुए। इससे कई किलोमीटर दूर तक भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए। फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन ब्लास्ट की वजह से आग फैल गई। इससे उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।