मुंबई। महाराष्ट्र में 23 बीजेपी सांसदों की किस्मत अब लिफाफे में बंद हो गई है और लोकसभा चुनाव निरीक्षकों ने अपना रिपोर्ट दिल्ली भेज दिया है. अब दिल्ली में होने वाली बैठक में इन 23 सांसदों के प्रदर्शन पर चर्चा होगी. अब केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें दोबारा मौका मिलेगा या उनका पत्ता कट जाएगा। सूत्रों के मुताबिक एक बीजेपी सांसद का अपने क्षेत्र में प्रदर्शन कैसा है? उसका पीआर कैसा है? उन्होंने कितना विकास किया? इससे पार्टी को कितना फायदा हुआ? ऐसे कई सवालों पर पार्टी निरीक्षकों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर दिल्ली भेज दी है. अब रिपोर्ट पर चर्चा होगी और उसके आधार पर तय होगा कि पार्टी किसे उम्मीदवार बनाएगी. निरीक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया जाएगा कि उस सांसद को दोबारा मौका दिया जाए या उसकी जगह कोई नया चेहरा दिया जाए।
- प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में निरीक्षक की नियुक्ति
लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने मिशन 45 का लक्ष्य रखा है और बीजेपी ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है. ऐसा लगता है कि बीजेपी का फोकस 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली 23 सीटों पर है. भाजपा ने अपनी जीती हुई 23 सीटों पर दोबारा कब्ज़ा करने के लिए हर निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव निरीक्षक नियुक्त किया है।
- किस नेता को किस संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी?
भिवंडी- योगेश सागर, गणेश नाईक, धुले- श्रीकांत भारतीय, राम शिंदे, नंदुबार- संजय भेगड़े, अशोक उके, जलगांव- प्रवीण दरेकर, राहुल अहेर, रावेर- हंसराज अहीर, संजय कुटे, अहमदनगर- रवीन्द्र चव्हाण, देवयानी फरांदे, जालना- चैनसुख संचेती, राणा जगजीत सिंह, नांदेड़- जयकुमार रावल, सुभाष देशमुख, बीड- सुधीर मुनगंटीवार, माधवी नाईक, लातूर- अतुल सावे, सचिन कल्याणशेट्टी, सोलापुर- मुरलीधर मोहोल, सुधीर गाडगिल, माढा- भागवत कराड, प्रसाद लाड, सांगली- मेधा कुलकर्णी, हर्षवर्द्धन पाटिल, नागपुर- मनोज कोटक, अमर साबले, भंडारा-गोंदिया- प्रवीण दाटके, चित्रा वाघ, गढ़चिरौली- अनिल बोंडे, रंजीत पाटिल, वर्धा- रणधीर सावरकर, विक्रांत पाटिल, अकोला- संभाजी पाटिल, विजय चौधरी, दिंडोरी- राधाकृष्ण विखे पाटिल, संजय कानेकर, उत्तर मुंबई- पंकजा मुंडे, संजय केलकर, उत्तर-पूर्व मुंबई- गिरीश महाजन, निरंजन डावखरे और उत्तर मध्य मुंबई- धनंजय महाडिक, राजेश पांडे.