दुबई में बाढ़ ने मचाई तबाही- एयरपोर्ट डूबा,स्कूल कालेज और मेट्रो भी करना पड़े बंद
दुबई। संयुक्त अरब अमीरात में मूसलाधार बारिश के कारण के जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है। भारी बारिश के चलते अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पानी से तरबतर हो गया और रनवे भी पानी में डूब गया। हालात बिगड़ते दे दुबई के सभी स्कूल कालेज बंद कर दिए गए हैं। दुनिया के सबसे व्यस्ततम हवाईअड्डों में से एक दुबई हवाईअड्डे की वेबसाइट पर 16 अप्रैल को दर्जनों उड़ानें रद्द दिखाई गई हैं। इनमें भारत, पाकिस्तान, सऊदी और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों की फ्लाइट शामिल हैं। दुबई में भारी बारिश के कारण पूरे रेगिस्तानी देश में बाढ़ आ गई, जो आंशिक रूप से क्लाउड सीडिंग के कारण उत्पन्न हुई थी। इसके कारण दुबई के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को मंगलवार को आने वाली कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। बारिश के कारण दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को 25 मिनट के लिए ऑपरेशन रोकना भी पड़ गया। बारिश के कारण स्कूल बंद करने पड़े और यातायात ठप कर दिया।
दुबई हवाई अड्डे पर मंगलवार शाम को 100 से अधिक उड़ानों के लैंड करने की उम्मीद थी। बारिश और बाढ़ के कारण उत्पन्न हुई समस्या की वजह से कई फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ गया। एयरपोर्ट को कुछ समय के लिए बंद रखना पड़ गया। हवाईअड्डे तक पहुंचने वाली सड़कें भी बुरी तरह जलमग्न हो गईं। यूएई की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाईदुबई ने कहा कि खराब मौसम के कारण दुबई से प्रस्थान करने वाली अपनी सभी उड़ानें अस्थायी रूप से बुधवार सुबह तक निलंबित कर दी हैं। इसी तरह के दृश्य दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में अन्य जगहों पर देखे गए।
सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों के अनुसार, फ्लैगशिप शॉपिंग सेंटर दुबई मॉल और मॉल ऑफ एमिरेट्स में बाढ़ आ गई। दुबई मेट्रो स्टेशन में घुटने तक पानी भर गया। लोगों ने बारिश के बाद की स्थिति पर अपडेट साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। कुछ वीडियो में कारों को सड़कों से बहते हुए दिखाया गया, जबकि कुछ में दुबई के सबसे लोकप्रिय मॉल में पानी भर जाने के कारण एक दुकान की छत ढहती हुई दिखाई दी। अमीरात की मेट्रो बाधित हो गई। मध्य पूर्व का वित्तीय केंद्र दुबई मूसलाधार बारिश के कारण ठप हो गया है। रविवार और सोमवार को ओमान में 18 लोगों की मौत हो गई। ओमान और यूएई ने पिछले साल कॉप 28 संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता की मेजबानी की थी। दोनों ने पहले चेतावनी दी है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण और अधिक बाढ़ आने की संभावना जताई गई है।