मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बनाम शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच में जुबानी जंग देखने को मिल रही है. हाल ही में मुंबई से सटे ठाणे में हुई रैली के दौरान मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर सीधा हमला बोला था. राज ठाकरे ने शरद पवार पर महाराष्ट्र में जातिगत राजनीति को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया. इतना ही नहीं मुस्लिमों के वोट हासिल करने के लिए पवार छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेने से बचते हैं. ठाकरे के आरोपों का जवाब देने में राकांपा ने देरी नहीं की लेकिन अब इस लड़ाई में बीजेपी भी कूद गई है. भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लगातार 14 ट्वीट कर शरद पवार पर हमला बोला है. फडणवीस ने बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के मौक़े पर कहा है कि डॉक्टर अंबेडकर के विचारों को विपरीत पिछले कई दशकों से शरद पवार तुष्टिकरण और ध्रुवीकरण की राजनीति को हवा देने का महाराष्ट्र में काम कर रहे हैं. फडणवीस ने सवाल पूछा है बाबासाहेब आंबेडकर 370 के खिलाफ थे . लेकिन बाबा साहब के इन विचारों पर राकांपा की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं. फडणवीस ने अपने ट्वीट में राकांपा और पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार कैसे ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं इस पर निशाना साधा है. इतना ही नहीं कश्मीर फाइल फिल्म को लेकर पिछले दिनों शरद पवार के दिए बयान को लेकर भी फडणवीस ने अपने ट्वीट के जरिए पवार को आड़े हाथों लिया. फडणवीस ने ट्वीट कर लिखा कि कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को बयां करने वाली फिल्म सिर्फ इसीलिए किसी को डिस्टर्ब कर सकती है उसको तकलीफ पहुंचा सकती है जो सुडो सेकुलरिज्म से जुड़ा हुआ हो और उसके एजेंडे को यह फिल्म सूट नहीं करती हो. बता दें कि पिछले दिनों शरद पवार ने कश्मीरी फाइल फिल्म को लेकर कहा था कि इस फिल्म में सत्य नहीं दिखाया गया है जिस समय यह पलायन हुआ उस दौरान केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी और बीजेपी ने उनका समर्थन किया था जो राज्यपाल थे. वह आरएसएस की विचारधारा वाले थे इस फिल्म में दिखाया गया है कि कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है जबकि यह सही नहीं है दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि जो सत्ताधारी पार्टी है उसी के नेता कह रहे हैं कि आप जाइए इस फिल्म को देखिए. बहरहाल राज ठाकरे और फडणवीस की ओर से हो रहे जुबानी जंग पर फिलहाल राकांपा द्वारा अबतक कोई  कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.