भोपाल । राजधानी में उमस ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। मानसून के झमाझम की आस लगाए लोगों को गर्मी ने बेहाल कर दिया है। राजधानी में 28 जून के बाद ही झमाझम के आसार हैं। अगले तीन दिन तक सिर्फ नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर में ही कहीं-कहीं गरज-चमक की स्थिति रहेगी। इसके अलावा प्रदेश भर में बारिश की संभावना नहीं है। 26 जून से बंगाल की खाड़ी में सक्रियता बढ़ेगी। जिसके बाद 27 जून से बारिश का दूसरा दौर शुरू होने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश में 28 से 29 जून को मानसून सेट हो सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मानसून समय पर चल रहा है। हालांकि उज्जैन में मानसून लेट है। यह करीब एक सप्ताह पीछे हो गया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश में मानसून की स्थिति समय पर है। 3 दिन तक प्रदेश में बादल तो छाएंगे, लेकिन बारिश होने की संभावना कम है।


धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा मानसून
मध्य-पूर्वी अरब सागर में चक्रवातीय गतिविधियों के साथ, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर भी चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय है। साथ ही, दक्षिणी गुजरात से कर्नाटक तट के समांतर एक ट्रफ बना हुआ है। झारखंड के आसपास भी चक्रवात सक्रिय है, जिससे होकर विदर्भ तक अन्य ट्रफ लाइन जा रही है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से गुजर रही है।