अगहन महीने के शुक्ल पक्ष की छठी तिथि को चंपा षष्ठी का व्रत रखा जाता है। आज का ये दिन भगवान शिव और उनके पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है। मुख्यतौर पर यह त्यौहार महाराष्ट्र और कर्नाटक में मनाया जाता है। इस दिन भगवान खंडोबा की पूजा की जाती है।

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Champa Shashti 2022: अगहन महीने के शुक्ल पक्ष की छठी तिथि को चंपा षष्ठी का व्रत रखा जाता है। आज का ये दिन भगवान शिव और उनके पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है। मुख्यतौर पर यह त्यौहार महाराष्ट्र और कर्नाटक में मनाया जाता है। इस दिन भगवान खंडोबा की पूजा की जाती है। भगवान खंडोबा भी भोलेनाथ का अवतार हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार चंपा षष्ठी का व्रत 29 नवंबर को मनाया जा रहा है। महादेव का विशेष रूप से आशीर्वाद पाने के लिए श्रद्धालु खंडोबा भगवान की पूजा करते हैं। चंपा षष्ठी को चम्पा छठ, स्कंद षष्ठी और बैंगन छठ के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी दुःख-दर्द ठीक हो जाते हैं। तो आइए जानते है चंपा षष्ठी के दिन भगवान खंडोबा को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए।

Champa Shashti upay: अगर किसी के जीवन में बहुत दुःख हैं, बहुत उपाय करके देख लिए फिर भी कष्टों का अंत होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां कुछ उपाय बताते हैं, जिन्हें अगर सच्चे मन से कर लिया जाए तो सभी दुःख-दर्द छूमंतर हो जाते हैं। शिवलिंग पर बेलपत्र, बैंगन और बाजरा चढ़ाने के बाद हाथ जोड़ कर सच्चे दिल से घर की सुख-समृद्धि की कामना करें। शिव मंदिर में भोलेनाथ का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। अगर पंचामृत से अभिषेक नहीं कर सकते तो पानी के लौटे में एक चुटकी काले तिल डाल लेने चाहिए। इस तरह से अभिषेक करने पर धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। सुबह और शाम शिवमहिम्न स्तोत्र और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से बहुत समय से चल रही बीमारी भोलेनाथ के आशीर्वाद से अपने आप दूर हो जाएगी।

Mantra for defeat the enemy शत्रुओं को परास्त करने का मंत्र: कार्यक्षेत्र में या अगर किसी बिजनेस में किसी व्यक्ति से परेशान हैं। बहुत कोशिश कर ली फिर भी उससे पीछा नहीं छूट रहा है तो देवों देव महादेव के इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए :

Mantra- ॐ श्रीं अर्धनारीश्वराय प्रेमतत्त्वमूर्तये नमः शिवाय।
Upay for remove grah dosh ग्रह दोष दूर करने का उपाय: प्रदोष काल के समय शिवालय में तेल के नौ दीपक जलाएं। प्रदोष काल का समय भगवान शिव का प्रिय समय होता है। इस समय पूजा करने से वह बहुत जल्दी खुश हो जाते हैं और घर में चल रहे ग्रह दोष या पितृ दोष को खत्म कर देते हैं।