बिलासपुर में छड़ सीमेंट का कारोबार करने वाला युवक शनिवार दोपहर बैंक जाने निकला था। इसके बाद से वह गायब है। इस दौरान उसने अपने फूड इंस्पेक्टर पिता को बोला कि वह सल्फास खा लिया है। पता लगाने पर युवक को लोकेशन रतनपुर में मिला, तब पूरी रात उसकी तलाश कर परिजन परेशान होते रहे। मगर 23 घंटे बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला है। मामला सिरगिट्‌टी थाना क्षेत्र का है। तिफरा के महाराणा प्रताप नगर स्थित श्रीराम पार्क निवासी भिन्नु लाल स्वर्णकार (56 साल) फूड इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उनका बेटा मुकेश कुमार स्वर्णकार (23 साल) छड़ सीमेंट का व्यवसाय करता है। वह BBA की पढ़ाई किया है। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे अपने स्कूटी क्रमांक CGIOAL1338 से बैंक जाने के लिए घर से निकला था। शाम करीब 4.15 बजे उसका मोबाइल बंद मिला और वह घर नहीं आया था। तब परेशान परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। करीब 5 बजे मुकेश ने अपने पिता को फोन किया और बताया कि वह रतनपुर में है और सल्फास खा लिया है। इस पर उसकी तलाश करते हुए परेशान परिजन रतनपुर पहुंचे। परिजन ने इस घटना की सूचना रतनपुर थाने में दी। तब पुलिस पूरी रात उसकी तलाश में जुटी रही। लेकिन,

मुकेश की स्कूटी में GPS लगा है। इस दौरान करीब 3 बजे उसके पिता से उसकी बात हुई, तब वह तिफरा के एसबीआई बैंक में था। इसके बाद उसका फोन बंद मिला। रतनपुर पहुंचने पर पाठ बाबा की पहाड़ी के नीचे उसकी स्कूटी खड़ी थी। लेकिन, मुकेश नहीं मिला। मुकेश का मोबाइल बंद मिलने पर उसके पिता ने GPS से उसका लोकेशन देखा, तब वह कोनी तरफ जाते दिखा। करीब 5.15 बजे उसने किसी दूसरे के फोन से पिता को कॉल किया। उसकी बातों को सुनकर घबराए परिजन भागते हुए रतनपुर पहुंचे। उसकी स्कूटी देखकर परिजन पहाड़ी के ऊपर चढ़े तब, वहां कुछ अन्य युवक बैठे थे। उन्होंने बताया कि एक लड़का यहां लेटा हुआ था, जो उन्हें आते देखकर नीचे की तरफ भाग गया है। मुकेश के नहीं मिलने पर परेशान परिजन ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी।


पुलिस की पूछताछ में मुकेश के पिता ने पुलिस को बताया कि वह वह मानसिक तनाव में रहता था। माना जा रहा है कि इसी तनाव के चलते वह घर से गायब हो गया है। सालभर पहले ही उसकी शादी हुई थी। मुकेश अपने माता-पिता का एक इकलौता बेटा था।