इंदौर ।  मप्र बोर्ड की 10वीं की परीक्षा सोमवार को शुरू हुई। सोमवार को हिन्दी का पेपर था। परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही एक्जाम पेपर विभिन्न इंटरनेट मीडिया के समूहों में आउट हो गया। हालांकि यह पेपर सही है या नहीं इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। हिन्दी का यह पेपर वाट्सएप और टेलीग्राम के विभिन्न समूहों में तेजी से वायरल हो गए। जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास ने कहा कि हमें भी इस तरह की सूचना मिली है। लेकिन जब तक इन पर्चों का मिलान करने के बाद ही कहा जा सकेगा कि यह पर्चे सही है या नहीं। पर्चे के दो से तीन सेट इन समूहों पर लिक हुए हैं।

पहले भी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पर्चे लिक होते रहे हैं। खास तौर पर महत्वपूर्ण विषयों के पर्चों की विद्यार्थियों में भी चाहत रही है। उल्लेखनीय है कि बोर्ड परीक्षा शुरू होने से कई महीनों पहले से ही वाट्सएप और टेलीग्राम में बोर्ड एक्जाम पेपर्स को लेकर कई समूह बन गए थे। इन समूहों में पेपर्स में 80 प्रतिशत तक के सवाल बैठने के दावे किए गए थे। प्रशासन ने पेपर लिक रोकने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए थे। जैसे पेपरों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने से पहले सीधे थानों में पहुंचे थे। सीलबंद लिफाफों में एक लिफाफे को 10 से 12 पेपर होते हैं। इन सीलबंद लिफाफों को सीधे क्लास रूम में ही खोला जा सकेगा।