श्रीकृष्ण की नगरी वृंदावन को तो हम सभी जानते हैं, जहां पर श्रीकृष्ण की लीलाओं के सबूत पग-पग पर मिलते हैं. लेकिन, जबलपुर में भी ऐसा स्थान है, जहां आपको वृंदावन जैसी ही अनुभूति मिलेगी. जहां कदम रखते ही आपको वृंदावन में होने जैसा अनुभव होगा. जबलपुर के राधा-कृष्ण मंदिर की एक और खासियत है.

जबलपुर रेलवे स्टेशन से करीब 8 किलोमीटर दूर रामपुर छापर क्षेत्र में स्थित राधा कृष्ण मंदिर में स्थापित प्रतिमा के लिए कहा जाता है कि यह अद्भुत है. यह इनती सुंदर है कि बनाने के बाद कारीगर भी मंत्रमुग्ध हो गए थे. इस मंदिर का निर्माण स्वामी देवमित्रानंद जी महाराज द्वारा करवाया गया था. मंदिर में स्थापित अद्भुत प्रतिमा स्वामी देवमित्रानंद की कल्पना का ही एक स्वरूप है.

मंदिर में लगती है आध्यात्मिक क्लास
खास बात यह कि इस मंदिर में बच्चों के लिए पाठशाला भी लगती है. 2 साल से हर रविवार को यहां पर 5 से लेकर 20 साल तक के विद्यार्थियों के लिए पाठशाला लगाई जाती है. इसमें उन्हें योगासन, प्राणायाम और अन्य योग क्रियाएं कराई जाती हैं, ताकि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे और उन्हें इस प्राचीन क्रिया की जानकारी रहे. साथ ही अध्यात्म से जुड़े रखने के लिए इन सभी बच्चों को गीता पाठ, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा और रामचरितमानस का पाठ करवाया जाता है. यह पूरी सेवा मंदिर समिति की तरफ से इन सभी बच्चों को लिए निशुल्क है. शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के नाश्ते का भी इंतजाम हर रविवार को किया जाता है.

पूरे हफ्ते चलते हैं धार्मिक कार्यक्रम
मंदिर में पूरे हफ्ते विभिन्न कार्यक्रम चलाते रहते हैं, जहां पर हफ्ते में 2 दिन महिला मंडल द्वारा सुंदरकांड का पाठ करवाया जाता है. इसमें तकरीबन 100 महिलाएं उपस्थिति रहती हैं. एक दिन पुरुष मंडल द्वारा भी सुंदरकांड का पाठ होता है. उसमें भी तकरीबन 100 से अधिक पुरुष रहते हैं. यह पाठ 2021 से लगातार चला आ रहा है, जिसमें गुरुवार और शुक्रवार के दिन महिलाओं द्वारा सुंदरकांड का पाठ कराया जाता है. वहीं शनिवार को पुरुषों द्वारा पाठ करवाया जाता है.