वाशिंगटन । गुआम में छह और थाड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने का फैसला अमेरिका ने लिया है। चीन और उत्तर कोरिया की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए अमेरिका ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र को मजबूत करने के लिए ये कदम उठाया है। गुआम में तैनात टास्क फोर्स टैलोन के कमांडर कर्नल जोनाथन स्टैफोर्ड ने कहा कि ये सिस्टम विभिन्न मिसाइल-रक्षा सुविधाओं में सबसे अधिक विकसित है। कमांडर ने स्टैफोर्ड ने बताया है कि छह टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस के साथ-साथ लॉन्चर्स, रडार, कमांड, कम्युनिकेशन गियर और दर्जनों बख्तरबंद वाहन भी तैनात किए हैं। गुआम में अमेरिका की ओर से ये कदम चीन और उत्तर कोरिया जैसे संभावित विरोधियों से खतरों के चलते उठाया गया है, जिसमें बैलिस्टिक, क्रूज और हाइपरसोनिक मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं। मिसाइल डिफेंस एजेंसी का अनुमान है कि ये पूरी प्रणाली, जिसमें द्वीप में 20 साइटें शामिल हैं, 2027 तक चालू हो जाएंगी। 
बता दें ‎कि वर्तमान में साइट एक्सकैलिबर में तैनात सैनिक पुनर्निर्मित शिपिंग कंटेनरों के भीतर काम करते हैं। कर्नल स्टैफोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि यहां टास्क फोर्स टैलोन के लिए दीर्घकालिक आधार के रूप में काम किया जाएगा, जिसमें मोटर पूल और मुख्यालय भवन जैसी आवश्यक सुविधाओं की योजना चल रही है। अमेरिका के लिए पिछले दो दशकों में गुआम उसकी रणनीति की धुरी के रूप में उभरा है। चीन की सैन्य क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं के विस्तार के कारण इसका महत्व बढ़ गया है। रक्षा अधिकारी दक्षिण चीन सागर के निकटतम अमेरिकी क्षेत्र गुआम को शक्ति प्रदर्शन और क्षेत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देखते हैं। 
वहीं ओकिनावा, उत्तरी फिलीपींस और ताइवान को शामिल करने वाली पहली द्वीप श्रृंखला के भीतर गुआम एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य केंद्र बना हुआ है। अमेरिका के थाड मिसाइल सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सिस्टम में शामिल मिसाइलों में सिंगल स्टेज रॉकेट इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को उनकी उड़ान के शुरुआती दौर में ही गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम हिट टू किल तकनीक पर काम करता है, मतलब यह मिसाइलों को रोकने और भटकाने के बजाय उनको नष्ट कर देता है। इसी वजह से इसे तैनात ‎किया गया है।