अशोक लेलैंड कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए अलग से बनाएगी प्लांट
ऑटो सेक्टर में आने वाला समय ग्रीन मोबिलिटी का है ऐसे में ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनियां बहुत तेजी से इसकी तरफ झुक रही हैं और आने वाले कल की तैयारी में जुट गई हैं हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड ने कहा कि वह इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर अलग से अपना प्लांट तैयार करेगी इसके साथ ही चेन्नई की कंपनी की अपने कमर्शियल व्हीकवल रेंज के लिए सीएनजी, हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक जैसे वैकल्पिक ईंधनों पर आधारित पावरट्रेन विकसित करने को 500 करोड़ रुपए का निवेश करने का भी इरादा है कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए अपनी ब्रिटेन की इकाई स्विच मोबिलिटी के जरिये पहले ही 20 करोड़ डॉलर (करीब 1,500 करोड़ रुपए) के निवेश की घोषणा कर चुकी है
वाणिज्यिक वाहन कंपनी का लक्ष्य अपने इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो का विस्तार करने के साथ-साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नए इंजन विकसित करने का है. अशोक लेलैंड के कार्यकारी चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा, ‘‘स्पेन में हम एक विनिर्माण संयंत्र और शोध एवं विकास केंद्र के साथ आ रहे हैं और अगले कुछ वर्षों में इसे और आगे बढ़ाने की योजना है. भारत में हम अशोक लेलैंड के पास उपलब्ध संसाधनों का महत्तम इस्तेमाल करना चाहते हैं’’
हिंदुजा ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि बहुत जल्द हमें एक अलग संयंत्र की भी जरूरी होगी हमारी प्रबंधन टीम इस पर गौर कर रही है’’यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी ने नए संयंत्र के लिए कोई समयसीमा तय की है, उन्होंने कहा कि बहुत कुछ इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में वृद्धि पर निर्भर करेगा ‘‘हम उपलब्ध सभी अवसरों और विकल्पों को देख रहे हैं, ताकि अगर बाजार को अधिक उत्पादों की आवश्यकता हो, तो क्षमता कभी समस्या नहीं बने. इसलिए मैं अभी इसके लिए तारीख नहीं बता सकता. लेकिन हमने अपने सभी विकल्पों को खुला रखा है फिलहाल कंपनी अगले दो वर्षों के लिए उत्पादन क्षमता के बारे में काफी संतोषजनक स्थिति में है उन्होंने कहा, ‘‘हम काफी संतोषजनक स्थिति में हैं. मान लीजिए, 24 महीने अशोक लेलैंड स्विच के लिए आवश्यक इलेक्ट्रिक उत्पाद प्रदान करने में सक्षम होगी