6 वर्ष से चल रहा रेरा में मामला, बिल्डर पर कोई असर नहीं, अब रेरा ने भेजा कमिश्नर

विकास बत्रा 9425068638
ख़बरमंत्री न्यूज़ नेटवर्क 


भोपाल। मध्य प्रदेश में कॉलोनाइजरों द्वारा की जाने वाली मनमानियां को रोकने के लिए मध्यप्रदेश भू संपदा विनयामक प्राधिकरण (रेरा) के गठन के बाद भी कुछ बिल्डरों की मनमानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे बिल्डर रेरा के आदेशों को ठोकर मारने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला भोपाल के कटारा हिल्स में सामने आया है। यहां कॉलोनी बनाने वाले बिल्डर मेसर्स फास्ट ट्रैक रियल स्टेट डेवलपर्स ने लोगों को सपना दिखाया था स्वर्ग की जिंदगी का। सपने को हकीकत दिखाने के लिए कॉलोनी का नाम भी रखा "हेवन्स लाइफ" (स्वर्ग का जीवन) लेकिन आज यहां रहने वाले कई रहवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। कॉलोनी में जो सुख सुविधा देने का वादा बिल्डर ने मकान बुक करते समय किया था उनमें से 50% वादे भी पूरे नहीं किए गए थे। जिसकी वजह से 6 वर्ष पूर्व 2018 में रहवासी राहुल सिजरिया ने रेरा को मामले की शिकायत की थी। शिकायत के परीक्षण एवं सुनवाई उपरांत 5 मार्च 2019 को पारित आदेश में रेरा ने बिल्डर को 6 माह के भीतर सारी कमियां दूर करने के लिए आदेशित किया था। बिल्डर द्वारा कुछ काम किए गए लेकिन अधिकांश कमियां बनी रही। जिसकी वजह से 5 साल बाद 9 जनवरी 2023 को राहुल सिजरिया ने रेरा के समक्ष पुनः आवेदन प्रस्तुत कर कॉलोनी का निरीक्षण करवाने हेतु अनुरोध किया था। 

कमिश्नर ने 12 अप्रेल को निरीक्षण किया, कई काम मिले अधूरे

राहुल सिजरिया के आवेदन पर 13 मार्च 2024 को रेरा ने एक आदेश पारित कर रिटायर्ड चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी आरके गुप्ता को स्थल निरीक्षण हेतु कमिश्नर नियुक्त किया। वे निरीक्षण के लिए नहीं पहुंचे। फिर रेरा ने एक अन्य अधिकारी शशिकांत नेमाड़े को टेक्निकल कमिश्नर बनाया। जो 12 अप्रैल को कॉलोनी में स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। जिन्हें मौके पर उपस्थित रह वासियों ने कॉलोनी में बिल्डर द्वारा की गई कमियों का निरीक्षण कराया। कॉलोनी वासियों ने उन्हें कॉलोनी में बिल्डर द्वारा की गई कमियों का सिलसिले वार निरीक्षण कराया।

श्री नेमाडे ने इस संवाददाता से चर्चा करते हुए बताया कि कॉलोनी में निरीक्षण किया है। कई कमियां मिली है। जिसकी रिपोर्ट बनाकर रेरा के समक्ष प्रस्तुत करदी जाएगी। 

 शिकायतकर्ताओं को ही उलझाने में लगे बिल्डर

हेवन्स लाइफ में मकान लेने वाले राहुल सिजरिया, उपदेश शर्मा, अमित मंडलोई सहित कई अन्य रहवासी हैं जिन्होंने बिल्डर की मनमानी के खिलाफ रेरा सहित मुख्यमंत्री तक शिकायत की। रहवासियों ने सीएम हाउस के सामने धरना भी दिया। कुछ रहवासी हाई कोर्ट तक भी गए। लेकिन किसी भी एजेंसी से बिल्डर दबने को तैयार नहीं हुए। और तो और कुछ रहवासियों के खिलाफ बिल्डर के लोगों द्वारा झूठी शिकायतें और प्रकरण कायम कराने की कोशिश भी की गई। दशहरे पर रावण दहन के समय कॉलोनी के झूले का पाइप काला हो गया तो कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस में आवेदन भी दिया गया। राहुल सिजरिया ने रेरा को लिखी शिकायत में बताया कि उनसे नाराज होकर बिल्डर ने 12 जुलाई 2022 को उनके घर का नल कनेक्शन काट दिया था। भयभीत करने के लिए घर के सामने तोड़फोड़ भी कराई गई। दबाने की इन कोशिशें के बावजूद रहवासियों की सच और हक के लिए लड़ाई जारी है। लड़ाई के परिणाम भी सामने आने लगे हैं। 12 अप्रैल को कमिश्नर के निरीक्षण में कई कमियां कमिश्नर को मौके पर दिखाई गई। अब कमिश्नर का प्रतिवेदन जब रेरा के समक्ष पेश होगा उसके बाद आगे की कार्रवाई होने की उम्मीद है।

न्यूज़ सोर्स : Khabarmantri News Network