इस एकादशी को फलदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. पद्म पुराण के अनुसार कामदा एकादशी का व्रत करने से ब्रह्महत्या और अनजाने में किए हुए सभी पापों से मुक्ति मिलती है. यह एकादशी पिशाचत्व आदि दोषों का भी नाश करने वाली है.
मान्यता है कि जो भक्त श्रद्धापूर्वक कामदा एकादशी का व्रत करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ उनके सभी पापों का भी नाश हो जाता है. इस एकादशी को फलदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस साल ये एकादशी व्रत 19 अप्रैल, शुक्रवार को रखा जा रहा है.
कामदा एकादशी का महत्व उस समय से है ,जब भगवान श्री कृष्ण ने भक्त धनंजय को एकादशी व्रत के फलस्वरूप उन्हें एक सुंदर दिव्य वाहन दिया था. इस दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट होते हैं और वह सुख और समृद्धि प्राप्त करता है.
कामदा एकादशी का व्रत करने से दो बड़े लाभ होते हैं. कामदा एकादशी से पहला लाभ यह कि राक्षस आदि की योनि से छुटकारा मिल जाता है. दूसरा लाभ यह कि यह सर्वकार्य सिद्धि और सभी कामनाओं को पूर्ण करती है.
वासुदेव श्रीकृष्ण की कृपा पाने के लिए कामदा एकादशी का व्रत परम फलदायी है. हरि कृपा का ये दिन बड़ा ही दिव्य है विधि विधान और सच्चे मन से इस दिन किये गये उपाय हर समस्या का समाधान कर देते हैं. कामदा एकादशी का व्रत पाप नाश के लिए सबसे उत्तम है.