पूर्णिया। बिहार के कद्दावर नेता पप्पू यादव पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस क्षेत्र में उनकी अपनी पकड़ है। पप्पू कांग्रेस के नेता है लेकिन चुनाव निर्दलीय लड़ रहे हैं। यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के इशारे पर उन्हें परेशान किया जा रहा है। यादव ने पिछले महीने अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय इस उम्मीद से किया था कि उन्हें पूर्णिया सीट से पार्टी का टिकट मिलेगा। पप्पू यादव ने 1990 के दशक में तीन बार पूर्णियां लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि यह सीट कांग्रेस की सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के खाते में चली गई, जिसने जदयू से पाला बदल कर आई बीमा भारती को मैदान में उतारा है। बता दें कि कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन के पति यादव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में ताल ठोक रहे हैं। पूर्णिया में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के अंतर्गत 26 अप्रैल को मतदान होगा।
कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर शुक्रवार को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया। बिहार में पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ रहे यादव के खिलाफ खजांची हाट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। खजांची हाट थाना अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार के अनुसार, यादव पर उन अधिकारियों को धमकी देने का आरोप लगाया गया है, जो बृहस्पतिवार देर रात उनके आवास पर गए थे। अंचल अधिकारी (पूर्व) संजीव कुमार शर्मा द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के अनुसार, यादव के चुनाव अभियान में शामिल एक वाहन को कलेक्ट्रेट के करीब कागजात दिखाने के लिए रोकने की कोशिश की गई तो वह वाहन चालक गाड़ी को भगाते हुए यादव के आवास पर ले गया और वहां खड़ा कर दिया। जब अधिकारी वहां पहुंचे तो पप्पू यादव ने कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया।