दो मौसम प्रणालियों के कारण छा रहे बादल
भोपाल । प्रदेश में वर्तमान में दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं जिसके चलते बार-बार बादल आ रहे हैं और कई जगहों पर बूंदा-बांदी भी हो रही है जिसके चलते तापमान ज्यादा ऊपर नहीं जा पा रहा है। इस पूरे सप्ताह मौसम के ऐसे ही बने रहने के आसार है जिसके चलते नौतपा में भीषण गर्मी नदारद रहेगी और रुक-रुककर वर्षा की स्थिति बनती रहेग। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मई के आखिरी सप्ताह में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। गर्मी के सबसे तीखा समय माने जाने वाले दौर में इस वर्ष भीषण गर्मी के हालात नहीं है। प्रदेश में सोमवार को कहीं लू नहीं चली, वहीं सबसे अधिक 45 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर, खजुराहो और नौगांव में दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में भी सुबह से धूप के बीच बादलों का आना-जाना लगा हुआ था, गर्मी जोर पकड़ ही रही थी कि दोपहर चढ़ते-चढ़ते मौसम पूरी तरह से बदल गया। तेज हवा और बूंदा-बांदी के कारण पारा एकदम से गिरा। मौसम वैज्ञानियों का कहना है कि मई के आखिर तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। नौतपा में रुक-रुककर वर्षा होने के आसार बने हुए है। जिसके कारण ही तापमान भी ज्यादा नहीं चढ़ेगा। प्रदेश में मंगलवार से तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि हवा का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। सुबह के समय वातावरण शुष्क रहने से तापमान बढ़ने लगता है। दोपहर के बाद हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छाने लगते हैं। तापमान काफी बढ़ा हुआ रहने और नमी कम रहने के कारण तेज हवाएं चलने लगती हैं। उधर 24 मई को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। इसके प्रभाव से 25 मई से प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं।सोमवार दिन भर में दमोह में तीन सेमी सहित, गुना, सागर और ग्वालियर छिटपुट वर्षा दर्ज की गई है। इससे पहले रविवार को बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में वर्षा हुई थी। जिसमें बागली में चार,नेपानगर, इछावर में तीन, आगर, झार्ड, टाकखुर्द, रायसेन ईशागढ़, आष्टा, श्यामपुर और नागदा में एक सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में विदर्भ से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है। जो मराठवाड़ा और कनार्टक से होकर जा रही है। अरब सागर में भी एक प्रति चक्रवात मौजूद है।