नई दिल्ली। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता गिरफ्तार हो चुके हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव की कमान कौन संभालेगा ये बड़ा संकट खड़ा हो गया है। खासतौर से पंजाब को देखें तो यहां आम आदमी पार्टी 14 सीटों पर उतरी है और राज्य को अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गज नेताओं की जरुरत है। इस डेंट को कैसे भरा जाएगा इसका पुख्ता जवाब फिलहाल आप के पास नहीं है। ऐसे में लोकसभा चुनाव अ​भियान की जिम्मेदारी पार्टी के बड़े चेहरों भगवंत मान, आतिशी, सौरभ भारद्वाज पर आ जाएगी। आप सांसद राघव चड्ढा अपनी आंख की सर्जरी करवाने के लिए ब्रिटेन जा चुके हैं। ऐसे में इस बार वह भी पंजाब में चुनाव अभियान में शामिल नहीं हो पाएंगे। विधानसभा चुनाव में पंजाब में प्रचार अ​भियान की कमान राघव चड्ढा ने निभाई थी और पार्टी को जोरदार जीत दिलाई थी। ऐसे में पंजाब में अगर आप के बड़े चेहरे की बात करें तो बस मुख्यमंत्री भगवंत मान ही बचे हैं।
आम आदमी पार्टी पंजाब और चंडीगढ़ की 14 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी पंजाब में बिना इंडिया गठबंधन के अकेले चुनाव लड़ रही है। दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने ज्यादातर विधायकों को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस और आप ने आपसी स​ह​मति से यह फैसला लिया था। हालांकि पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता शुरू से ही गठबंधन के विरोध में थे। मुख्यमंत्री मान ने कहा है कि पार्टी अगले 5 दिन में राज्य की बाकी 5 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। अपने एक्स हैंडल के जरिए उन्होंने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि आप पहले ही 8 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। अमृतसर से कुलदीप सिंह धालीवाल, खडूर साहिब से लालजीत सिंह भुल्लर, जालंधर से सुशील कुमार रिंकू, फतेहगढ़ साहिब से गुरप्रीत सिंह जी.पी., फरीदकोट से करमजीत अनमोल, बठिंडा से गुरमीत सिंह खुड्डियां, संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर और पटियाला से डा. बलबीर को पार्टी ने मैदान में उतारा है। लुधियाना, गुरदासपुर, आनंदपुर साहिब, फिरोजपुर और होशियारपुर के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अगले 5 दिन में की जाएगी। शराब नीति घोटाला मामले में ईडी की ओर से ​दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ईडी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि ईडी भाजपा की राजनीतिक टीम है। भाजपा केजरीवाल की सोच को कैद नहीं कर सकती क्योंकि आम आदमी पार्टी ही भाजपा को रोक सकती है। सोच को कभी भी दबाया नहीं जा सकता।