अनुराग शुक्ला के पदभार संभालते ही 2 से 5 गुना तक बढ़ गए रिश्वत के रेट


विशेष संवाददाता 
ख़बरमंत्री न्यूज नेटवर्क
बैतूल । मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी पदस्थापना के दौरान सभी जगह विवादित रहे परिवहन अधिकारी अनुराग शुक्ला की बैतूल जिले में पदस्थापना को लगभग 2 माह ही हुए हैं लेकिन उन्होंने यहां भी खुली वसूली शुरू कर दी है। इसे डीटीओ अनुराग शुक्ला की दबंगई कहे या नादानी कि वह रिश्वत की मांग को अपना अधिकार समझ बैठे हैं। पिछले 2 माह के दौरान जिले का जो भी वाहन स्वामी बिना एजेंट के डायरेक्ट अपना काम कराने परिवहन कार्यालय पहुंचा है उसे डीटीओ अनुराग शुक्ला के इस रुख को अवश्य महसूस किया है। जिला परिवहन अधिकारी के रूप में बैतूल में ज्वाइन करते से ही अनुराग शुक्ला ने डीटीओ कार्यालय में होने वाले कार्यों में रिश्वत के रेट 2 से 5 गुना तक बढ़ा दिए हैं। जो मुंह मांगी रकम देने में आनाकानी करता है उसके काम में मीन मेख निकालकर आवेदन निरस्त कर दिया जाता है। उनकी मनमानी से पीड़ित लोग अब खुलकर सामने आने लगे हैं।

भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष के बाद अब बैतूल ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट यूनियन ने भी डीटीओ अनुराग शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डीटीओ अनुराग शुक्ला की मनमानी के बारे में बैतूल ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष संजू राठौर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, कलेक्टर एवं बैतूल के पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल को पत्र लिखकर जिला परिवहन कार्यालय में व्याप्त भर्राशाही की तरफ ध्यान आकर्षित कराया है और कार्यवाही की मांग की है।

शुक्ला के पदभार संभालते ही 2 से 5 गुना तक बढ़ गए रिश्वत के रेट

     जिला परिवहन कार्यालय में रिश्वत खेल पुराना है लेकिन शायद पहले इतना चलता हो कि किसी को आवाज उठाने की जरूरत नहीं पड़ती हो लेकिन अब जो मांग हो रही है उसे पूरा करने में बैतूल वासी असमर्थ है सो विभिन्न मंचों से डीटीओ अनुराग शुक्ला के खिलाफ आवाजें उठ रही है। सूत्र बतातें हैं कि समस्या रिश्वत के रेट 2 से 5 गुना तक बढ़ाए जाने से हुई है। बताया जाता है कि डीटीओ बैतूल के पद पर अनुराग शुक्ला की पदस्थापना के बाद से परिवहन कार्यालय में रिश्वत का खुला बाजार लगने लगा है। बैतूल ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष संजय राठौर ने अपने पत्र में लिखा है कि ट्रकों के फिटनेस बनाने के दो हजार और परमिट बनाने के ₹5000 रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला परिवहन कार्यालय में फिटनेस के लिए आने वाले वाहनों को सुबह से लेकर शाम तक खड़ा रखा जाता है और शाम को जब डीटीओ शुक्ला कार्यालय में बैठते हैं तब दोगुनी रिश्वत मांग कर ही फिटनेस किए जाते हैं। जो लोग रिश्वत देने में आनाकानी करते हैं उनके दस्तावेजों एवं वाहनों में मीन मेख निकालकर फिटनेस की फोटो खींचने से मना कर दिया जाता है। श्री राठौर ने लिखा है कि यह सभी वसूली प्राइवेट लड़कों से कराई जाती है। उन्होंने कंप्यूटर शाखा के प्राइवेट कर्मचारी झाड़े पर भी डीटीओ के लिए वसूली करने का आरोप लगाया है। 

DTO का रिश्तेदार शानू है सरगना : 6 अन्य लड़के विभिन्न शाखाओं से करते हैं वसूली

वसूली के लिए 7 प्राइवेट लड़के रखने का आरोप

     बैतूल ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट यूनियन द्वारा मुख्यमंत्री को की गई शिकायत में जिला परिवहन कार्यालय में 7 प्राइवेट लड़कों से वसूली कराने का नामजद आरोप लगाया गया है। पत्र में लिखा गया है कि जिला परिवहन कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में रिश्वत वसूली के लिए परिवहन अधिकारी शुक्ला द्वारा सात प्राइवेट लड़कों को निजी कर्मचारी के रूप में तैनात किया गया है। मंगल, धर्मेंद्र, संदीप, राहुल, मुकेश और ब्रजेश यह 6 लोग परिवहन कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में वसूली का काम देखते हैं। जबकि इन सब का सरगना शानू है जो कि DTO अनुराग शुक्ला का रिश्तेदार है। शानू उक्त सभी 6 लड़कों से कलेक्शन बटोर कर डीटीओ अनुराग शुक्ला तक पहुंचाता है। बताया जाता है कि जिस काम को शानू ओके करता है डीटीओ अनुराग शुक्ला उसी फाइल पर आदेश करते हैं। यूनियन ने अपने पत्र में आठ बिंदुओं में परिवहन कार्यालय की अनियमितताओं का खुलासा किया है। 

न्यूज़ सोर्स : Khabarmantri News Network