दमोह ।   कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा अयोध्या मंदिर का आमंत्रण अस्वीकार करने से खफा दमोह जिला पंचायत उपाध्यक्ष मंजू धर्मेंद्र कटारे ने अपने पति के साथ कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजा है। प्रदेश अध्यक्ष को भेजे गए इस्तीफे में जिला पंचायत उपाध्यक्ष मंजू कटारे ने लिखा है कि निवेदन है कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा अयोध्या में श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार किए जाने से मेरा मन बहुत आहत और दुखी हुआ है। इससे मेरे अंतः करण को बहुत ठेस पहुंची है इसलिए मैंने मेरे स्वविवेक से निर्णय लिया है कि मैं ऐसे संगठन में अब काम नहीं करूंगी जो हमारे इष्टदेव आराध्य भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमत्रंण ठुकराकर सनातन धर्म का अनादर करे।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पति कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री धर्मेंद्र कटारे ने कहा कि हम सनातन धर्म के लोग हैं और कांग्रेस ने रामलला सरकार के आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। ऐसी पार्टी में रहने का क्या मतलब, इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी और बटियागढ़ जनप अध्यक्ष रामरानी मंगल कुशवाहा, उपाध्यक्ष रजनी राज वीरेंद्र के साथ कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है और आज पूरा देश इस नजारे की एक झलक देखने के लिए उतारू है। इसलिए उन्होंने कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया किसी दूसरी पार्टी में जाने से उन्होंने मना कर दिया है। बता दें कि धर्मेंद्र कटारे की पत्नी मंजू कटारे निर्दलीय जिला पंचायत की उपाध्यक्ष बनी थीं और विधानसभा चुनाव के पहले उन्होंने अपने पति के साथ भोपाल में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके बाद से धर्मेंद्र पथरिया विधानसभा से कांग्रेस के दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने राव बृजेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था।