महादेव सट्टा ऐप मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ईडी की ओर से रायपुर की विशेष अदालत में एक जनवरी को पेश किए गए पूरक आरोपपत्र में भी उनके नाम का जिक्र है। ईडी सूत्रों के अनुसार उनका बयान दर्ज करने के लिए बुलाया जा सकता है।

वहीं, पूरे मामले को बघेल ने राजनीतिक साजिश बताया है। एएनआइ के मुताबिक, आरोपपत्र में शुभम सोनी, अनिल कुमार अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह यादव और असीम दास सहित कई अन्य आरोपितों के नाम भी शामिल हैं।

ईडी ने आरोपपत्र में ये कहा

जेल में बंद कैश कूरियर असीम दास के पूर्व में दिए गए बयान के हवाले से ईडी ने आरोपपत्र में कहा है कि महादेव एप का पैसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए ही भेजा गया था।

ईडी ने दावा किया कि दास का तीन नवंबर, 2023 को दिया गया पहला बयान सही था, जिसमें बघेल को करोड़ों रुपये देने की बात कही थी। मामले की रायपुर की विशेष अदालत में 10 जनवरी को सुनवाई हो सकती है।

मुंबई पुलिस ने की पहली गिरफ्तारी

अपराध शाखा की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 15,000 करोड़ रुपये के महादेव सट्टेबाजी एप मामले में पहली गिरफ्तारी की है। इस मामले में दीक्षित कोठारी नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

इस संबंध में कुछ सप्ताह पहले माटुंगा पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी और मामला अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बाद इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।

भूपेश बघेल के खिलाफ लगे थे रिश्वत के आरोप

इस बीच पिछले महीने दुबई में अधिकारियों ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था। चंद्राकर को इस सट्टेबाजी सिंडिकेट का मास्टरमाइंड माना जाता है।