मंदसौर ।    गैंगरेप पीड़िता की शिक्षा का खर्च उठाने का वादा शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए किया था। अब इंदौर स्कूल की प्राचार्य ने पीड़िता का नाम लिखकर 14 लाख से अधिक बकाया राशि का नोटिस परिवार सहित इंदौर कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को भेज दिया। इसके बाद से मामले ने तूल पकड़ा और नेता से लेकर अधिकारी तक हरकत में आ गए। आनन-फानन में बुधवार को शिक्षा विभाग की टीम स्कूल पहुंची और मासूम पीड़िता और उसकी बहन का रिकॉर्ड लेकर गई है। इधर, मंदसौर के पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने गैंगरेप पीड़िता का नाम सार्वजनिक करने पर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मंदसौर के वर्तमान विधायक विपिन जैन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर बकाया राशि जमा करवाने को कहा है। 

इन्हें भेजा बकाया राशि का नोटिस 

14 लाख की बकाया राशि में स्कूल प्रबंधन ने 2018 से 2023-24 शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई, हॉस्टल सुविधा, डीजल, गैस समेत अन्य खर्च शामिल बताया है। पीड़िता वर्तमान में कक्षा छठी में तथा उसकी बड़ी बहन 11वीं में है। स्कूल ने इसकी प्रति इंदौर कलेक्टर, ज्वाइंट डायरेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी तथा पीड़िता के पिता को भी भेजी है।

लगातार परेशान हो रहा पीड़िता का परिवार 

मामले के अनुसार 26 जून 2018 को मंदसौर के हाफिज कॉलोनी में स्थित एक निजी स्कूल से घर जाते वक्त मासूम बच्ची को अज्ञात बदमाश चॉकलेट दिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया था। बाद में लक्ष्मण दरवाजा स्थित झाड़ियों में ले जाकर मासूम के साथ दोस्त के साथ मिलकर ज्यादती की थी। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद मासूम को गंभीर हालत में इंदौर रेफर किया था। यहां तत्कालीन सीएम शिवराज ने पीड़िता को बेटी माना था। वहीं पीड़ित और उसकी बहन की पढ़ाई का खर्च सरकार द्वारा वहन करने की बात कही थी, लेकिन बीते वर्ष भी फीस जमा नहीं करने पर स्कूल प्रबंधन ने पीड़िता का रिजल्ट रोक दिया था, लेकिन सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा था। यानि ये कहें कि सरकार ने इसका स्थाई निदान नहीं किया। इसलिए पीड़िता और उसके परिवार को पुनः परेशान होना पड़ा।

अनवरत चल रही है बच्चियों की पढ़ाई

पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने कहा की मुख्यमंत्री रहते हुए सीएम शिवराजसिंह चौहान ने जो मकान, दुकान और शिक्षा का खर्च वहन करने का वादा किया था। आज परिवार के पास मकान, दुकान है। 14 लाख बकाया राशि का नोटिस स्कूल प्रबंधन ने भेजा है। दोनों की शिक्षा अनवरत चल रही है। ना तो बालिका को स्कूल से निकाला है और न ही परीक्षा देने से रोका है। मैंने इंदौर के पूर्व और वर्तमान कलेक्टर से चर्चा की है। नाम प्राचार्य द्वारा नोटिस में लिखा गया ये बिल्कुल गलत है।

सीएम को पत्र लिखकर फीस जमा करवाने की मांग

विधायक विपिन जैन ने कहा की पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जिम्मेदारी लेकर उसका पालन नहीं करना सरकार की लापरवाही है। मैंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीड़िता और उनकी बहन की पढ़ाई व अन्य खर्च की बकाया राशि जमा करवाने तथा आगे भी इस तरह की परेशानी पीड़िता और उसके परिवार को नही झेलना पड़े, इसके लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।