भोपाल ।  प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। क्रमोन्नति वेतनमान का आदेश जारी हो गया है। शिक्षकों को क्रमोन्नति देने की नोटशीट पौने तीन साल मंत्रालय में स्कूल शिक्षा, सामान्य प्रशासन, वित्त विभाग के अधिकारियों के बीच घूमती रही। अधिकारियों को तब समझ आया कि अब क्रमोन्नति नहीं समयमान वेतनमान दिया जाना है और मई 2022 में लोक शिक्षण संचालनालय से चौथी बार प्रस्ताव में संशोधन करने को कहा गया। यह प्रस्ताव भी करीब 11 महीने से मंत्रालय में घूम रहा था।

12 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षक

प्रदेश में दो लाख 87 हजार शिक्षक (अध्यापक से शिक्षक बने) हैं, जो शिक्षक वर्ष 2006 में नियुक्त हुए थे। उनकी 12 साल की सेवा वर्ष 2018 में पूरी हो गई। इसी के साथ वे क्रमोन्नति या समयमान वेतनमान के लिए पात्र हो गए। तभी से क्रमोन्नति की मांग की जा रही है, पर सरकार निर्णय ही नहीं ले पा रही है।

समयमान वेतनमान का प्रविधान

पौने तीन साल में करीब चार बार क्रमोन्नति की नोटशीट सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों के हाथों से गुजरी, पर मई 2022 में विभाग के एक अधिकारी ने पकड़ा कि प्रस्ताव ही गलत है। दरअसल, प्रदेश में वर्ष 2006 से समयमान वेतनमान दिए जाने का प्रविधान है और अधिकारी क्रमोन्नति का प्रस्ताव दे रहे हैं। तब प्रस्ताव बदलने को कहा गया।