इंदौर ।  सड़क की चौड़ाई की जद में अक्सर निर्माण आते है, लेकिन इंदौर में एक सड़क की चौड़ाई की जद में एक कब्रिस्तान आया है। 30 मीटर चौड़ी सड़क के दोनों सिरे तैयार हो चुके है, लेकिन कब्रिस्तान के कारण सड़क जुड़ नहीं पा रही है। अब सड़क को तोड़ने की कवायद होगी। इंदौर विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक मेें इस सड़क का निर्माण पूरा करने पर सहमति बनी है। सड़क के पास नाले को कवर करने के लिए रिटेनिंग वाॅल भी बनाई जाएगी। इंदौर विकास प्राधिकरण ने जब इंदौर में स्कीम नंबर-134 विकसित की थी तो मास्टर प्लान की सड़क में बाधक बनी कब्रिस्तान की जमीन के बदले कब्रिस्तान कमेटी को स्कीम में ही कब्रिस्तान के लिए दूसरी जमीन दी।कमेटी ने दूसरी जमीन पर शव दफनाने शुरू कर दिए, लेकिन सड़क में बाधक बनी जमीन से भी कब्जा नहीं छोड़ा और वहां भी शव दफनाए जाने लगे।

इंदौर विकास प्राधिकरण ने पांच साल पहले बायपास से कब्रिस्तान के पहले तक ढाई सौ फीट चौड़ी सड़क बना दी,जबकि इस सड़क के दूसरे छोर बांबे अस्पताल चौराहा से तुलसी नगर, महालक्ष्मी नगर होते हुए एंडवास स्कूल तक सड़क चौड़ीकर दी है, लेकिन सड़क बीच में बाधक बने कब्रिस्तान के कारण नहीं जुड़ पा रही है। सिर्फ 15 फीट की एक गलीनुमा सड़क से वाहन आते-जाते है, लेकिन वहां सड़क हादसे अक्सर होते है। आईडीए की बोर्ड बैठक में शामिल हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने इस सड़क के बाधक निर्माणों की जानकारी ली। अब प्रशासन के माध्यम से इस सड़क के दोनो सिरों को जोड़ने की कवायद को अंतिम रुप दिया जा सकता है। आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने कहा कि यह सड़क शहर के लिए जरुरी है। बायपास रिंग रोड और बीआरटीएस रोड से जोड़ती है। जल्दी ही सड़क के दोनो सिरों को जोड़ा जाएगा।