श्रीलंका के कप्तान वानिंदु हसरंगा को आईसीसी ने दो मैच के लिए सस्पेंड कर दिया है. साथ ही उनपर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है. अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज के आखिरी टी20 मैच में हसरंगा ने अंपयार के फैसले का विरोध किया था, जिसके चलते आईसीसी ने उनपर एक्शन लिया है. अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के पहले दो मुकाबलों में हसरंगा टीम का हिस्सा नहीं होंगे. 

क्या था पूरा मामला? 

अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच आखिरी टी20 मैच अहम मोड़ पर था. श्रीलंका को जीत के लिए 3 गेंद में 11 रन की दरकार थी. अंपायर हैनिबल ने वफादार मोमंद की एक हाई फुल-टॉस पर नो बॉल का इशारा नहीं किया. उस दौरान श्रीलंका की तरफ से कामिंदु मेंडिस बल्लेबाजी कर रहे थे. देखा जाए तो कामिंदु के सीधे खड़े होने पर भी बॉल कमर से ऊपर जाती, इसके बावजूद अंपायर ने उस नो बॉल करार नहीं दिया. अंपायर के इस फैसले पर कप्तान वानिंदु हसरंगा ने इसका विरोध किया. उनके मुताबिक इंटरनेशनल मैच में ऐसा नहीं होना चाहिए. श्रीलंका को इस मुकाबले में 3 रन से हार का सामना करना पड़ा था. 

क्या बोले वानिंदु हसरंगा? 

हसरंगा ने अंपायर के फैसले को लेकर कहा था, 'अंतर्राष्ट्रीय मैच में इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए. अगर यह कमर की ऊंचाई तक करीब होता तो कोई समस्या नहीं होती. लेकिन एक गेंद जो इतनी ऊपर जा रही है, यदि गेंद थोड़ी ऊपर होती तो बल्लेबाज के सिर पर लगती. यदि आप उसे नहीं देख सकते तो वह अंपायर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए उपयुक्त नहीं है. अगर वह कोई और काम करते तो यह ज्यादा बेहतर होता.'

आईसीसी ने हसरंगा के खिलाफ एक्शन किया जारी

हसरंगा के खिलाफ आईसीसी द्वारा बताया गया, 'हसरंगा को खिलाड़ियों समर्थन के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.13 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया. यह एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान एक खिलाड़ी, खिलाड़ी समर्थन कार्मिक, अंपायर या मैच रेफरी के व्यक्तिगत दुर्व्यवहार से संबंधित है.  उसे या तो एक टेस्ट मैच या फिर दो वनडे या टी20ई (जो भी पहले हो) के लिए खिलाड़ी के लिए प्रतिबंध मिलेगा.'