गाजा/तेल अवीव| इजराइल और हमास के बीच करीब एक हफ्ते चले सीजफायर के बाद एक बार फिर गाजा में बमबारी शुरु कर जंग का ऐलान कर दिया गया है। दरअसल आईडीएफ ने हमास पर सीजफायर उल्लंघन के आरोप लगाते हुए गाजा में बमबारी शुरू कर दी है। 
हमास और इजराइल के बीच चले करीब एक हफ्ते की सीजफायर के बाद एक बार फिर जंग का बिगुल फूंक दिया गया है। इससे पहले आईडीएफ ने हमास पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप भी लगाया और देखते ही देखते गाजा पर बमबारी शुरु कर दी है| यही नहीं इजराइल ने अपने होलित इलाके में रॉकेट अलर्ट भी जारी किया है। आईडीएफ का कहना है कि गाजा में हमास को मिटाने वाला उनका ऑपरेशन एक बार फिर शुरू किया जा रहा है। गौरतलब है कि दुनिया के दबाव और बंधकों की अदला बदली को लेकर सीजफायर घोषित किया गया था। इस बीच अनेक बंधकों की अदला-बदली भी की गई। इससे समझा जा रहा था कि सीजफायर आगे बढ़ सकता है, लेकिन आईडीएफ ने हमास पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया और गाजा में बमबारी करके युद्ध शुरु होने की घोषणा कर दी। 
इजराइल और हमास के छोड़े गए बंधकों को लेकर अब रोजाना ही नई कहानियां सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में हमास द्वारा रिहा बच्चों ने दावा किया कि उनके पैरों को जलाया गया, ताकि अलग पहचाने जा सकें। पैर जलाने के लिए मोटरसाइकिल साइलेंसर का इस्तेमाल किया गया। दरअसल बच्चों ने अपने परिजनों को बताया है कि उन्हें मोटरसाइकिल पर बैठाया जाता था और फिर नके पैर गरम साइलेंसर पर रखवा दिये जाते थे,  जिससे वो जल जाते थे| खबर के मुताबिक 12 साल के यागिल और 16 साल के याकोव ने हमास से रिहाई के बाद इस आशय की बातें परिवार से शेयर की हैं। हमास ने सीजफायर के अखिरी दिन 8 इजराइली बंधकों को रिहा किया, जिसके बदले में इजराइल ने 30 फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा किया। अब सीजफायर आगे बढ़ेगा या नहीं संशय की स्थिति लगातार बनी हुई है।