मकर संक्रांति में गंगा स्नान और दान का खास महत्व माना जाता है. माना जाता है कि जो भी भक्त इस दिन गंगा स्नान करते हैं उनको मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही मकर संक्रांति में सूर्य देव की पूजा आराधना की भी परंपरा है, क्योंकि इसी दिन सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं. इस दिन नदी में स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पण जरूर करना चाहिए.

इससे भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और साल भर भगवान सूर्य की कृपा से जातक की जिंदगी में खुशहाली बनी रहती है. वहीं कई लोग मकर संक्रांति के दिन गंगा नदी में स्नान नहीं कर पाते हैं ऐसे मे क्या करें, जिससे गंगा स्नान के बराबर पुण्य मिले. आइए जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य जी से?
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो उस दिन को मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है और यह नए साल का पहला पर्व भी माना जाता है. इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान, दान और सूर्यदेव की पूजा का विधान है. इस दिन गंगा में स्नान कर सूर्य देव की पूजा जरूर करनी चाहिए. इसके साथ ही अगर जातक मकर संक्रांति के दिन वस्त्र, अनाज, पैसा आदि का दान करते हैं तो पुण्य फल की प्राप्ति होती है.


मकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय
ज्योतिषआचार्य की मानें तो मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान का बहुत ही खास महत्व है, लेकिन कई लोग उस दिन गंगा स्नान नहीं कर पाते हैं तो घर में यह विधि कर गंगा स्नान के बराबर पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं. घर में स्नान करते वक्त पानी में गंगाजल और तिल मिला लें और स्नान करते वक्त एक मंत्र का जाप करे वह मंत्र है “गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति”, नहीं तो पानी को हाथ में लेकर गंगा गंगा सात बार कहें. इससे आपको घर में ही गंगा स्नान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होगी.