जिस देश में हजारों साल की संस्कृति का आधार सत्य है, वहां सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति को झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए - प्रियंका गांधी
नई दिल्ली । पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि जिस देश में हजारों साल की संस्कृति का आधार सत्य है, वहां सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति को झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। प्रियंका ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने 140 करोड़ भारतीयों से बार-बार खोखले वादे करके देश के सर्वोच्च पद की गरिमा को नष्ट किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की चिंता करने के बजाय, मोदी को सत्य का सहारा लेकर अपने पद की गरिमा को बहाल करने पर काम करना चाहिए।
प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी शुक्रवार को मोदी द्वारा यह कहे जाने के बाद आई है कि कांग्रेस लोगों से ऐसे वादे करने के कारण बुरी तरह बेनकाब हो गई है, जिन्हें पार्टी जानती है कि वह कभी पूरा नहीं कर पाएगी।
प्रियंका गांधी ने हिंदी में एक्स में एक पोस्ट में कहा, महात्मा गांधी कहते थे सत्य ही ईश्वर है। मुण्डकोपनिषद में लिखा सत्यमेव जयते हमारा राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। सत्य की स्थापना करने वाले ये आदर्श वाक्य भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, भारत के पुनर्निर्माण और सार्वजनिक जीवन के आदर्श बन गए। जिस देश में हजारों साल की संस्कृति का आधार सत्य है, वहां सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति को झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोप सत्य से कोसों दूर हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनते ही अगले चुनाव का इंतजार किए बिना जनता से किए गए वादों को पूरा करना शुरू कर दिया। कांग्रेस महासचिव ने पोस्ट में कहा, चाहे कर्नाटक हो, तेलंगाना हो या हिमाचल प्रदेश, हर रोज गारंटी के जरिए लोगों का पैसा उनकी जेब में डाला जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री समझ गए हैं कि देश की जनता के सामने अब उनकी बातों का कोई महत्व नहीं है। मोदी पर हमला तेज करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, 100 दिन की योजना, 2047 के रोडमैप के लिए 20 लाख लोगों की राय लेना, हर साल 2 करोड़ नौकरियां, 100 स्मार्ट सिटी, काला धन वापस लाना, महंगाई और बेरोजगारी कम करना, किसानों की आय दोगुनी करना, रुपये को डॉलर के बराबर लाना और अच्छे दिन लाना - ये सभी वादे झूठे साबित हुए हैं और अब देश की जनता को इन पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, कांग्रेस की चिंता करने के बजाय उन्हें (मोदी को) सच्चाई का सहारा लेकर अपने पद की गरिमा बहाल करने पर काम करना चाहिए।