भोपाल । इन दिनों सर्दी-जुखाम, बुखार, उल्टी-दस्त के साथ आई फ्लू, यानी कंजक्टिवाइटिस के मरीज भी तेजी से बढ़े हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने जहां शिविर का आयोजन किया, वहीं एक गाइडलाइन भी जारी की है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। शहर के नेत्र रोग विशेषज्ञों के यहां आई फ्लू पीडि़त मरीजों की जहां भीड़ बढऩे लगी तो दूसरी तरफ मेडिकल स्टोर पर आई ड्रॉप की बिक्री में भी इजाफा हो गया है। वहीं स्कूलों ने भी पालकों के लिए नोटिस भिजवाए हैं कि अगर उनके बच्चे संक्रमण का शिकार हैं तो स्कूल न भेजें। वहीं सीएमएचओ ने छात्रावासों में भी मेडिकल टीम भेजकर बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश दिए हैं, क्योंकि बच्चों में संक्रमण तेजी से फैलता है।
बारिश के दिनों में कंजक्टिवाइटिस रोग फैलता है। हालांकि इस बार बीते कुछ वर्षों की तुलना में इसका असर अधिक देखा जा रहा है। यही कारण है कि नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं तो आई ड्रॉप की बिक्री में भी बीते 10-15 दिनों में जबरदस्त इजाफा हुआ है, क्योंकि इस बीमारी के लिए सिर्फ आई ड्रॉप ही इलाज है और चश्मा लगाने, आंखों को साफ करने से लेकर अन्य कई हिदायतें भी दी जा रही हैं। रुमाल-बिस्तर शेयर न करें। कांटेक्ट लैंस का उपयोग न करें। आंखों की सौंदर्य सामग्री का उपयोग न करें। स्विमिंग पूल का उपयोग न करें। संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। संक्रमित व्यक्ति अपने आपको आइसोलेट करें। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है तथा अपने आप को आइसोलेट नहीं कर पात हैं, इसलिए उनमें संक्रमण तेजी से फैलता है। संक्रमण होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं एवं चिकित्सक की सलाह से आई ड्रॉप का उपयोग करें। उन्होंने पालकों एवं विद्यालय प्रबंधन, प्रबंधकों से अनुरोध किया है कि संक्रमित बच्चों को घर पर आइसोलेट करें, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।