संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद  ने सोमवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की  को अपनी आईएसआईएल (दाएश) और अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। यूएनएससी के इस कदम पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जाहिर की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आईएसआईएल और अल कायदा प्रतिबंध समिति द्वारा लश्कर आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के फैसले का स्वागत करते हैं।

गौरतलब है कि अब्दुल रहमान मक्की लश्कर नेता हाफिज सईद का बहनोई भी है। इतना ही नहीं मक्की ने लश्कर के लिए कई भूमिकाएं भी निभाई हैं। इसमें तमाम तरीकों से संगठन के लिए धन जुटाना शामिल है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवादी संगठनों से क्षेत्र में खतरा अधिक बना हुआ है। यूएनएससी द्वारा की जाने वाली लिस्टिंग और प्रतिबंध इस तरह के खतरों को रोकने और क्षेत्र में आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए एक प्रभावी उपकरण हैं।

उन्होंने आगे कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डालता रहेगा। हम किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत ने 2021-22 के दौरान अपने UNSC कार्यकाल के दौरान पाक स्थित आतंकवादियों की एक सूची बनाई थी। 2022 के दौरान भारत ने 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत 5 नाम पेश किए थे। इनमें अब्दुल रहमान मक्की (एलईटी), अब्दुल रऊफ असगर (जेईएम), साजिद मीर (एलईटी), शाहिद महमूद (एलईटी), तल्हा सईद (एलईटी) का नाम था।