अहमदाबाद| भारतीय रेल ने पिछले 9 वर्षों में तेजी से बदलाव किया है और एक के बाद एक कई उपलब्धियां हासिल की है तथा अपनी आउट-ऑफ-द-बॉक्स सोच के साथ लक्ष्यों को पार किया है। इन उपलब्धियों को 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट- 2024 में पश्चिम रेलवे द्वारा स्थापित भारतीय रेल के पवेलियन में शानदार ढंग से प्रदर्शित किया गया है। इस ग्लोबल समिट का उद्घाटन 9 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल और विभिन्न देशों के विदेशी प्रतिनिधियों की उपस्थि ति में किया गया। 
10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भारतीय रेल के पवेलियन को पुनर्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन स्टेशन (चरण-1) का थीम दिया गया है। पवेलियन पिछले 9 वर्षों के दौरान भारतीय रेल की प्रगति और उपलब्धियों को चित्रित करता है, जैसे चिनाब ब्रिज - जो दुनिया का सबसे ऊंचा स्टील आर्क रेल ब्रिज है। पवेलियन में डिजिटल पैनल और सूचना पैनल सहित कई खंड हैं जो इंफ्रास्ट्राक्च र, संरक्षा, सुरक्षा, माल लदान, पर्यावरण मित्रता इत्यादि जैसे विभिन्न पहलुओं में भारतीय रेल की प्रगति और उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हैं। पवेलियन में इंफॉर्मेशन फाउंटेन भारतीय रेल की कई प्रमुख परियोजनाओं पर डिजिटल ब्रोशर और लघु वीडियो के माध्यमम से विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। पवेलियन में चिनाब ब्रिज का एक मॉडल प्रदर्शित किया गया है जो भारतीय रेल की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का आकर्षण दर्शाता है। इसके अलावा, पवेलियन पर भीड़ खींचने वाला वर्चुअल रियलिटी (वीआर) अनुभव है, जो दर्शकों को लोको पायलट के केबिन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की गति का अनुभव प्रदान करता है, स्ट्राइक द हैमर - एक गेमीफाइड डिस्प्ले है जिस पर एक व्यक्ति ट्रेन को चलाने के लिए हथौड़ा मारना पड़ता है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और अन्य ट्रेनों के वर्किंग मॉडल भी प्रदर्शित किए गए हैं। मनोरंजन के लिए और आगंतुकों के ज्ञान के परीक्षण के लिए एक रेलवे-आधारित प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया है।
ठाकुर ने बताया कि 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के उद्घाटन के दिन  पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने पश्चिम रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गांधीनगर, गुजरात में भारतीय रेल के पवेलियन का दौरा किया और पवेलियन को सफल बनाने में लगे प्रयासों की सराहना की।