भारतीय टीम अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम के पास इतिहास बदलने का सुनहेरा मौका है। बता दें कि बीते सालों में भारत ने विदेशी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में कई बड़ी टीमों को उसी के घर में हार का स्वाद चखाया है, लेकिन साउथ अफ्रीका को उसी के घर में टीम इंडिया हरा नहीं पाई।

26 दिसंबर 2023 से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच खेलेगी, जिसके लिए दोनों ही टीमों ने तैयारियां शुरू कर दी है। दोनों ही टीमों की नजरें टेस्ट सीरीज जीतने पर होगी। ऐसे में जानते हैं भारतीय टीम किन 3 कारणों से साउथ अफ्रीका को हरा सकती है?

भारतीय टीम इन 3 कारणों से साउथ अफ्रीका में रच सकती है इतिहास

1. कैप्टेंसी का अनुभव
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के पास टेस्ट में भारत की कैप्टेंसी करने का अच्छा अनुभव है। रोहित ने सिर्फ दो ही टेस्ट में भारत की कप्तानी की है, जिसमें श्रीलंका के खिलाफ टीम को 2-0 से जीत मिली थी। रोहित का टेस्ट में जीत पर्सेंट 100 प्रतिशत रहा।

वहीं, वनडे विश्व कप 2023 में रोहित शर्मा को शानदार पारियां खेलते हुए देखा गया। इसके बाद वह छुट्टियों पर रहे, लेकिन रोहित का बल्ला साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में आग उगलता हुआ नजर आ सकता है।

बता दें कि रोहित ने साउथ अफ्रीका में 4 टेस्ट मैच खेले हैं और बिना किसी अर्धशतक के सिर्फ 123 रन बनाए हैं, लेकिन साउथ अफ्रीका की धरती पर रोहित पहली बार टीम की कप्तानी करेंगे। ऐसे में उनके पास भारत को जीत दिलाने के साथ इतिहास रचने का भी सुनहेरा मौका है।

2. अच्छा मिडिल ऑर्डर
भारतीय टेस्ट टीम में बीसीसीआई ने बड़े फेरबदल किए है, जिसमें दिग्गज खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे प्लेयर्स को नजरअंदाज किया गया। उनकी जगह युवाओं पर ज्यादा भरोसा जताया है।

विश्व कप में श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन अच्छा रहा था, जिन्होंने मिडिल ऑर्जर में अच्छी बल्लेबाजी की थी। ऐसे में भारतीय टेस्ट टीम में श्रेयस नंबर 5 पर बल्लेबाज करते हुए नजर आ सकते है। इसके अलावा यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ जैसे खिलाड़ियों को मौका देकर बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को तैयार करने का प्लान बनाया है। वहीं, ये युवा खिलाड़ी इस मौके को भुनाने की पूरी कोशिश करेंगे।

3. गेंदबाजों का परफॉर्मेंस
भारतीय टेस्ट टीम में गेंदबाज जसप्रीत बुमराह एक साल बाद वापसी कर रहे हैं। उन्होंने जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बार टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया था। इसके बाद वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ अब टेस्ट सीरीज में वापसी करेंगे। साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को धूल चटाने के लिए बुमराह गेंद से कहर बरपाते हुए नजर आएंगे। भारत के लिए 30 टेस्ट मैचों में बुमराह ने 128 विकेट झटके हैं।

वहीं, साउथ अफ्रीका की पिचों पर स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिलती है, लेकिन आर अश्विन रेड बॉल क्रिकेट में किसी भी पिच पर गेंद को घुमाना जानते हैं और वह बड़े-बड़े बल्लेबाज को चकमा देकर उन्हें पवेलियन भेजने में भी माहिर हैं। ऐसे में अश्विन के टेस्ट टीम में होने से भारत को मजबूती मिलेगी। वहीं, स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा अपनी लहराती हुई गेंदों से विरोधी टीम के बैटर्स को परेशान करते हुए नजर आ सकते हैं।