मुंबई । चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 3.1 प्रतिशत बढ़कर 6,215 करोड़ रुपए रहा। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में मुनाफा 6,026 करोड़ रुपए रहा था। इंफोसिस ने ‘निर्णय लेने में सुस्ती और विवेकाधीन खर्चों पर निरंतर दबाव के कारण पूरे साल के राजस्व परिदृश्य यानी अनुमान को घटाकर 1-2.5 प्रतिशत कर दिया। सकारात्मक पक्ष देखें तो कंपनी ने 7.7 अरब डॉलर के कुल अनुबंध मूल्य के साथ अब तक का सबसे बड़ा सौदा किया और घोषणा की कि वेतन वृद्धि एक नवंबर से शुरू की जाएगी। हालांकि इंफोसिस ने आगाह किया कि अनिश्चित माहौल के बीच विवेकाधीन परियोजनाओं और बड़े परिवर्तन कार्यक्रमों में काफी कमी आई है। कंपनी ने अपने वित्त वर्ष 2024 के वृद्धि अनुमान को एक प्रतिशत घटाकर 1-2.5 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 1-3.5 प्रतिशत था। यह कदम कमजोर वैश्विक माहौल के बीच 245 अरब डॉलर वाले भारतीय उद्योग द्वारा पेश की जाने वाली तकनीकी सेवाओं की मांग पर विश्लेषकों की चिंताएं बढ़ने के कारण उठाया गया है। आईटी सेवा बाजार में टीसीएस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और अन्य कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर रही इन्फोसिस का राजस्व सितंबर तिमाही में 6.7 प्रतिशत बढ़कर 38,994 करोड़ रुपए रहा।