भोपाल । आगामी विधानसभा की तारीख नजदीक आते ही कांग्रेस की अंदरुनी लडाई भी अब खुलकर सामने आ रही है। जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों से शुरू हुआ विवाद संभावित प्रत्याशियों तक पहुंच गया है। कार्यकर्ता भी अब किसी की सुनने के लिए तैयार नहीं हैं और मुखर होकर अपनी बात रख रहे हैं। चुनाव की तैयारी में जुटी मध्य प्रदेश कांग्रेस भले ही एकजुटता के दावे कर रही है, पर पार्टी में अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय पर्यवेक्षक हों या पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, सबके सामने खुलकर खींचतान सामने आ चुकी हैं। ताजा मामला उज्जैन से जुड़ा है, जिसमें शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का एक आडियो बहुप्रसारित हुआ है। इसमें वे कह रहे हैं कि उज्जैन धार्मिक नगरी है, यहां मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा नहीं किया जाएगा। इसके बाद पार्टी ने उन्हें नोटिस देने के साथ ही अध्यक्ष पद से भी हटा दिया। प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह वैसे तो कोई नई बात नहीं है पर चुनाव के समय यह नुकसान का कारण बन सकती है। नियुक्तियों बाद अब संभावित प्रत्याशी को लेकर खींचतान सामने आने लगी है। ताजा मामला उज्जैन से जुड़ा है। जहां शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया के महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नूरी खान के भोपाल में कमल नाथ से समर्थकों से मिलने के बाद आडियो बहुप्रसारित हुआ। इसमें कहा गया कि उज्जैन धार्मिक नगरी है, यहां मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा नहीं किया जाएगा। उन्होंने कुछ वरिष्ठ नेताओं को लेकर भी टिप्पणी की। पार्टी ने इसे गंभीरता से लेते हुए भदौरिया को पदमुक्त कर दिया। इसके पहले देवास जिले के हाटपिपलिया विधानसभा से पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह बघेल के पुत्र राजवीर सिंह बघेल को प्रत्याशी बनाने की बात सज्जन सिंह वर्मा कर चुके हैं। इसके विरोध में कार्यकर्ता प्रदर्शन कर चुके हैं।संगठन के प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह का कहना है कि अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जाएगी।उज्जैन के मामले में तत्काल कार्रवाई की गई है। अन्य प्रकरणों में भी प्रभारी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। शेष जिला अध्यक्षों की नियुक्ति भी शीघ्र ही कर दी जाएगी। उधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने इस घटना पर कहा कि कांग्रेस घबराई हुई है। एक वर्ग के विरोध के चलते दिन में नोटिस और शाम होते तक अध्यक्ष को पद से हटा दिया। प्रत्याशी चयन के लिए सर्वे और रायशुमारी सब दिखावा है, पहले से ही सब तय करके रखा और जो इसके आड़े आएगा, उसे निपटा दिया जाएगा। उधर, जिला शहर और ग्रामीण इकाइयों के अध्यक्षों की नियुक्तियों के विवाद अब तक नहीं थमे हैं। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष का पद अभी खाली है। यही स्थिति खंडवा जिला ग्रामीण इकाई को लेकर भी है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक करने पहुंचे प्रभारी सचिव संजय दत्त के सामने भी कार्यकर्ता भिड़ गए। एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी और अपशब्दों का प्रयोग किया। इसके पहले भोपाल के बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में भी नेताओं के समर्थक कार्यकर्ता भिड़ चुके हैं।