कैलाश विजयवर्गीय ने यशोधरा राजे सिंधिया को कहा
इंदौर. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कह दिया. यशोधरा को मुख्यमंत्री संबोधित करने के बाद विजयवर्गीय ने कहा कि शायद ये भगवान की इच्छा है, इसलिए मेरे मुंह से निकला है. दरअसल, इंदौर में 12 साल बाद आयोजित हो रही 71वीं राष्ट्रीय जूनियर बास्केटबॉल स्पर्धा के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय के मुंह से खेल मंत्री यशोधराराजे सिंधिया के लिए मुख्य अतिथि की बजाय मुख्यमंत्री शब्द निकल गया.
मुख्यमंत्री संबोधित करने के बाद विजयवर्गीय ने अपनी बात को संभालने के लिए कहा कि शायद यह भगवान की इच्छा है, इसलिए मेरे मुंह से मुख्यमंत्री निकला. कभी-कभी ऊपर से सप्तऋषि निकलते हैं और वो कहते हैं, ऐसा ही हो. उन्होंने कहा,’अगर बोल दिया तो यशोधरा मुख्यमंत्री जरूर बनेंगी. कैलाश विजयवर्गीय के बयान के बाद बवाल मच गया.
कैलाश विजयवर्गीय के बयान को लेकर हलचल मच गई है, तो वहीं कांग्रेस को एक बार फिर बीजेपी सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा कि अब तो मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बदलने की भाजपा के वरिष्ठ नेता भी प्रार्थना कर रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय प्रार्थना कर रहे हैं कि ऋषियों के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बदल जाएंगे. यह महज ज़ुबान फिसलना नहीं बल्कि कैलाश विजयवर्गीय की इच्छा है. इससे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का शिवराज सरकार के खिलाफ असंतोष सामने आ रहा है. कैलाश विजयवर्गीय के भाषण से साफ ज़ाहिर हो रहा है कि भाजपा में अंतर्कलह चरम पर चल रही है.
बीजेपी महासचिव ने जब यह बयान दिया उस समय मंच पर केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री नीशीथ प्रमाणिक भी मौजूद थे. दरअसल, इंदौर में 4 से 10 जनवरी तक 71वीं राष्ट्रीय जूनियर बास्केटबाल स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्घाटन करने केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री नीशीथ प्रमाणिक और प्रदेश की खेल मंत्री य़शोधरा राजे सिंधिया इंदौर पहुंची थीं. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मध्य प्रदेश बास्केटबॉल एसोसिएशन के चैयरमैन के नाते शामिल हुए. इस टूर्नामेंट में देश के 28 राज्यों की 56 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस दौरान इंदौर में कुल 840 खिलाड़ी और 250 से अधिक अधिकारी जुटे हैं. 12 साल बाद हो रहे इस आयोजन को लेकर सभी लोगों में उत्साह देखा जा रहा है.