भोपाल । मध्यप्रदेश में इन दिनों लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी न्याय यात्रा लेकर निकल रहे है। बीते मंगलवार को राहुल की न्याया यात्रा उज्जैन पहुंची थी। राहुल की यात्रा में प्रदेश कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे, लेकिन इस यात्रा से कमलनाथ और उनके बेटे समेत छिंदवाड़ा के सातों कांग्रेस विधायक गायब दिखाई दिए। बताया गया कि कमलनाथ सीईसी की बैठक के लिए गए है।
राहुल की यात्रा से पिता-पुत्र और 7 विधायकों के गायब होने को लेकर फिर से दोनों के भाजपा में जाने की अटकलों को हवा दे दी है। हालांकि नकुलनाथ छिंदवाड़ा में कह चुके है कि वह कहीं नहीं जा रहें है, वह कांग्रेस में ही रहेंगे, लेकिन राहुल की यात्रा से कमलनाथ की दूरी बनाने से राजनैतिक गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं होने लगी है। क्योंकि उज्जैन ही नहीं बल्कि कमलनाथ मध्यप्रदेश में राहुल की पहली यात्रा में भी शामिल नहीं हुए। हालांकि बदनावर रैली में कई विधायक मौजूद नहीं रहे।
कांग्रेस ने सभी नेताओं और विधायकों को राहुल गांधी की एमपी में अंतिम न्याय यात्रा में शामिल होने को कहा था, लेकिन कमलनाथ-नकुलनाथ समेत छिंदवाडा जिले के सभी 7 विधायक राहुल की अंतिम न्याय यात्रा से नदारत दिखाई दिए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि भाजपा ने कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बड़ी सेंधमारी कर 7 पार्षदों को भाजपा में शामिल करा लिया। राहुल गांधी की यात्रा से कमलनाथ के गायब रहने को लेकर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने एक्स पर लिखा है कि कमलनाथ जी उड़ गए। कहा गया था कि वह पूरे मार्च में न्याय यात्रा के साथ रहेंगे। सच्चाई यह है कि वह पहले दिन आए, अगले दो दिन गायब रहे। वह राहुल गांधी के साथ महाकाल मंदिर गए और फिर गायब हो गए। नकुल नाथ को पहले दिन के बाद से यात्रा में नहीं देखा गया है।