श्रीगणेश जी को विघ्नहर्ता कहा गया है। किसी भी काम की शुरुआत में उनकी पूजा की जाती है क्योंकि वो देवताओं में प्रथम पूज्य है। श्री गणेश जी की सेवा करने से मनुष्य के दुखों का नाश हो जाता है और उसे समृद्धि प्राप्त होती है।
श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनके 12 नाम का जाप किया जाता है जोकि इस प्रकार है।

1. ॐ सुमुखाय नम: 2. ॐ एकदंताय नम: 3. ॐ कपिलाय नम: 4. ॐ गजकर्णाय नम: 5. ॐ लंबोदराय नम: 6. ॐ विकटाय नम: 7. ॐ विघ्ननाशाय नम: 8. ॐ विनायकाय नम: 9. ॐ धूम्रकेतवे नम: 10. ॐ गणाध्यक्षाय नम: 11. ॐ भालचंद्राय नम: 12. ॐ गजाननाय नम:

जो भी साधक श्री गणेश जी को रोज़ सिंदूर अर्पित कर इन 12 नाम का जाप करता है उसे कार्य सिद्धि प्राप्त होती है। नारद पुराण में इन 12 नाम को जपने के कुछ फायदे भी बताए गए है।

1 - विद्या की प्राप्ति - दरअसल भगवान गणेश जी को विद्या और बुद्धि का कारक माना गया है। ऐसे में सबसे पहला आशीर्वाद विद्या के रूप में ही प्राप्त होता है। जो बालक इन 12 नामों का रोज जाप करता है उसकी याददाश्त बेहद तीव्र होती है और वो मेधावी होता है।

2 - धन की प्राप्ति- भगवान गणेश जी को सुख समृद्धि का प्रतीक माना गया है। रिद्धि सिद्धि उनकी सेवा में रहती है जिसके कारण जिस भी जातक पर श्री गणेश प्रसन्न हो जाते है उसे सिद्धि प्राप्त होने में देर नहीं लगती है। गणेश जी का आशीर्वाद दरिद्रता को नष्ट कर धन के भंडार भर देता है।

3 - संतान की प्राप्ति - जो भी दंपत्ति संतान की चाह रखते है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही तो ऐसे दंपत्ति सुबह शाम एक साथ गणेश जी के सामने बैठकर इन 12 नामों का जाप करें। गणेश जी अपने भक्त को हर संकट से बाहर निकाल देते है ऐसे में उनका यह उपाय आपकी झोली भरने का काम करेगा।

4 - मोक्ष की प्राप्ति- गणेश जी महाराज को प्रथम पूज्य का दर्जा दिया गया है ऐसे में कोई भी काम बिना उनके आशीर्वाद के पूरा नहीं हो सकता है। गणेश जी की आराधना करने से मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो भी मनुष्य इन 12 नामों का नित्य जाप करेगा उसे धरती पर ही स्वर्ग का अनुभव होगा।