रियाद । यूक्रेन का युद्ध रोकने के ‎लिए सऊदी अरब में ‎शिखर सम्मेलन का आयोजन ‎किया जा रहा है। इसमें भारत भी शा‎मिल होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार भारत यूक्रेन की शांति योजना पर शनिवार से तटीय शहर जेद्दा में होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेगा। सऊदी अरब की ओर से इस सम्मेलन के लिए चुनिंदा देशों को आमंत्रित किया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि बैठक में भारत की भागीदारी उसकी लंबे समय से चली आ रही स्थिति के अनुरूप होगी। ‎जिसमें बातचीत और कूटनीति से ही यूक्रेन संकट को हल करने का रास्ता खोजा जाना है। सम्मेलन में आमंत्रित देशों में कई यूरोपीय देशों के अलावा अमेरिका, चीन और भारत शामिल हैं। बागची ने कहा ‎कि जेद्दा में यूक्रेन पर सऊदी अरब की ओर से आयोजित एक बैठक में भारत को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा ‎कि भारत इस कार्यक्रम में भाग लेगा और हमारी भागीदारी हमारी लंबे समय से चली आ रही स्थिति के अनुरूप है कि बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने का रास्ता है। हालांकि, बागची ने यह जानकारी साझा नहीं की कि इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा। विदेश मंत्रालय ने यह भी नहीं बताया कि भारत की भागीदारी का स्तर क्या होगा। 
उन्होंने आगे कहा कि भारत की सितंबर में अगले जी20 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन से संबंधित कोई बैठक आयोजित करने की कोई योजना नहीं है। मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन के मौके पर यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की थी। यहां उन्होंने कहा था कि भारत संघर्ष का समाधान खोजने के लिए जो भी संभव होगा वह करेगा। इससे पहले 16 सितंबर को उज़्बेक शहर समरकंद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, पीएम मोदी ने अपना विश्वास व्यक्त किया था कि, आज का युग युद्ध का नहीं है। उन्होंने रूसी नेता से संघर्ष खत्म करने का आग्रह किया था।