सितंबर में शुरु होगा मेट्रो का ट्रायल रन, तैयारियां शुरू
भोपाल । आगामी सितंबर महिने में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन होगा, इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मेट्रो का काम तीव्र गति से किया जाए। तय समयसीमा में काम को पूरा किया जाए। यह निर्देश मेट्रो रेल प्रबंधन के प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने कल दिए। कल श्री सिंह ने मेट्रो ट्रेन के कार्यों का निरीक्षण किया तथा मेट्रो कांट्रेक्टर को जरुरी निर्देश दिए हैं। दरअसल मेट्रो प्रोजेक्ट में धीमी रफ्तार की वजह से उठ रहे विवादों पर लगाम लगाने के लिए भी उन्होंने कहा है। मनीष सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि भोपाल में मेट्रो का ट्रायल रन सितंबर 2023 से शुरू कर दिया जाएगा। इस डेडलाइन में अब कोई परिवर्तन नहीं होगा। मनीष सिंह ने बुधवार को भोपाल मेट्रो के अधिकारियों के साथ सुभाष नगर में बन रहे डिपो का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार मेट्रो परियोजना के लिए प्रायोरिटी कारिडर में सभी कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। प्रबंध संचालक द्वारा सुभाष नगर स्टेशन की प्रगति को लेकर संतुष्टि जाहिर की एवं स्टेशन कांट्रेक्टर को निर्देश दिए कि अन्य स्टेशन के कार्य भी जल्द से जल्द पूर्ण कर लिए जाएं। नवंबर 2022 माह से मार्च 2023 तक स्टेशन की एवं डिपो की डिजाइन एवं ड्राइंग को त्वरित गति से स्वीकृति दी गई है, जिससे मेट्रो के निर्माण कार्य निष्पादन में संतोषजनक गति आई है। अधिकारियों ने प्रायोरिटी कारिडोर के तहत 31 मार्च तक डिपो एवं स्टेशन प्रगति के बारे में अवगत करवाया। जिसके तहत सभी आठ स्टेशन के ओपन फाउंडेशन के कार्य लगभग 90 प्रतिशत, पीयर का कार्य लगभग 80 प्रतिशत, गर्डर कास्टिंग का कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण हो गए हैं। डिपो की प्रशासनिक बिल्डिंग का कार्य लगभग 60 प्रतिशत, पाइलिंग का कार्य लगभग 96.6 प्रतिशत एवं उप-विद्युत सब स्टेशन एक का कार्य लगभग 70 प्रतिशत तथा लोडिंग-अनलोडिंग-बे का सीक्वल कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। कांट्रेक्टर ने बताया कि सर्वे का कार्य जारी है, प्रबंध संचालक ने निर्देश दिए कि रेल पटरी बिछाने एवं पटरी की वेल्डिंग का काम जल्द से जल्द शुरू करें। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड द्वारा पटरी लगातार भेजी जा रही है। इसके अंतर्गत अप्रैल माह में भोपाल में लगभग 900 मीट्रिक टन (1080 एवं 880 एमएच) आ चुकी है। इस दौरान दिलीप बिल्डकान कांट्रेक्टर को निर्देश दिए गए है कि डिपो एवं स्टेशन के बीच रैंप के कार्य में गति लाएं तथा श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर कार्य को समय पर पूरा करें।