चुनाव की तारीखों की घोषणा 14 या 15 मार्च को होने की संभावना


नई दिल्ली/भोपाल। बहुप्रतीक्षित लोकसभा 2024 चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव 2019 की तरह सात चरणों में हो सकते हैं और पहले चरण के लिए वोटिंग अप्रैल के दूसरे सप्ताह में हो सकता है। सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय चुनाव आयोग द्वारा 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव 2024 के कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद है। चुनाव आयोग की टीमें विभिन्न राज्यों की चुनाव तैयारियों का आकलन करने के लिए लगातार दौरे पर हैं। संभवत: 13 मार्च तक यह दौरा समाप्त हो जाएगा। जम्मू कश्मीर विधानसभा के चुनाव भी लोकसभा के साथ ही कराए जाने की संभावना है।
लोकसभा 2024 चुनाव की तारीखों की घोषणा 14 या 15 मार्च को होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव 2019 की तरह 7 चरणों में हो सकते हैं। पहले चरण के लिए मतदान अप्रैल के दूसरे सप्ताह में हो सकता है। 14 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू होने की संभावना है। 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव अप्रैल मई में आयोजित किए गए थे। इसी के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 चुनाव भी अप्रैल-मई में होना संभावित है। इसे लेकर चुनाव आयोग कई राज्यों से फीडबैक ले रहा है। ज्यादातर राज्यों ने अपने फीडबैक भी दे दिए हैं। मध्यप्रदेश के शिक्षा मंडल से परीक्षाओं का भी ब्यौरा लिया जा चुका है। चुनाव के कारण पढ़ाई पर असर न हो इसे ध्यान रखा जा रहा है। हालांकि किसानों की स्थिति पर भी विचार किया जा रहा है, क्योंकि गेहूं कटाई के कारण किसान व्यस्त रहते हैं।
2019-2014 के रिजल्ट
पिछल दो लाकसभा चुनावों में पीएम मोदी की अगुवाई वाली भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया और अपने राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को निचले सदन में केवल दोहरे अंकों में समेट दिया। 2019 में हुए पिछले चुनाव में भाजपा ने 303 सीटों के साथ दूसरी बार जीत हासिल की। पिछले बार चुनाव 7 चरणों में हुए थे। इस चुनाव में कांग्रेस केवल 52 सीटें जीतने में सफल रही। भाजपा ने 2019 में 37.3 प्रतिशत वोट हासिल करके अपने वोट शेयर में बड़ा उछाल देखा। 2014 और 2019 दोनों में भाजपा अपने दम पर 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत हासिल करने में सफल रही। 2014 में भाजपा लोकसभा में 282 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी। इसके गठबंधन एनडीए को 353 सीटें हासिल हुई। कांग्रेस लोकसभा में केवल 44 सीटों पर सिमट गई, जो इतिहास में अब तक की सबसे कम सीट है। वोट शेयर के मामले में भाजपा कुल वोटों का 31 प्रतिशत हासिल करने में सफल रही, जबकि कांग्रेस ने कुल वोटों का 19.3 प्रतिशत हासिल किया। इस बार पीएम मोदी ने अकेले भाजपा के लिए 370 सीटों और एनडीए के लिए 400 सीटों का लक्ष्य रखा है।
13 मार्च को समाप्त हो जाएगा आयोग का दौरा
सूत्रों के हवाले से रिपोट्र्स से पता चलता है कि चुनाव आयोग की टीमें आने वाले हफ्तों में पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों का दौरा करेंगी। इलेक्शन कमिशन की टीम 13 मार्च को जम्मू- कश्मीर का दौरा करेगा। चुनाव आयोग ने कहा कि लगभग 97 करोड़ भारतीय इस साल के लोकसभा चुनावों में मतदान करने के पात्र होंगे। मतदाताओं की यह संख्या 2019 से 6 प्रतिशत अधिक है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में आने वाले महीनों में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होंगे।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तैयारी
देश में जल्द ही लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा के चुनाव भी लोकसभा के साथ ही कराए जाने की संभावना है। इसके लिए चुनाव आयोग मंथन कर रहा है। चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह सचिव के साथ आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में इस पर भी चर्चा होने की पूरी संभावना है। सूत्रों का कहना है कि पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने गृहमंत्री अमित शाह से भी अनौपचारिक मुलाकात की थी। चुनाव आयोग केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों और सुरक्षाबलों के प्रमुखों के साथ बैठक में लोकसभा के साथ ही जम्मू कश्मीर का चुनाव भी कराने पर विचार कर रहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस साल अक्तूबर तक विधानसभा चुनाव कराने का आदेश दिया था। हालांकि अब चुनाव आयोग को ही सही परिस्थिति का आकलन कर चुनाव कराने का कार्यक्रम बनाना है। राज्य में लोकसभा और विधानसभा की सीटों का नए सिरे से परिसीमन भी हो चुका है।