पेटीएम पर प्रतिकूल असर के कोई संकेत नहीं
नई दिल्ली | विदेशी ब्रोकरेज समूह मैक्वेरी ने सोमवार को कहा कि पेटीएम पर प्रतिकूल असर कम होने के कोई संकेत नहीं हैं क्योंकि इसने अपने लक्षित मूल्य को घटाकर 900 रुपये कर दिया है। वन 97 कम्युनिकेशंस या पेटीएम का स्टॉक सोमवार को लगभग 5.95 प्रतिशत गिरकर 1,158 रुपये पर था। मैक्वेरी ने कहा कि 18 नवंबर, 2021 से पेटीएम के शेयर की कीमत सेंसेक्स के लचर प्रदर्शन के मुकाबले 40 फीसदी गिर गई है।
मैक्वेरी ने कहा कि राजस्व अनुमान, विशेष रूप से वितरण पक्ष के क्षेत्र में जोखिम में है और इसलिए हम वित्त वर्ष 2011-2026 केअंत तक अपने राजस्व सीएजीआर को 26 प्रतिशत से घटाकर 2 प्रतिशत करते हैं। हम वित्त वर्ष 2011-26 के लिए राजस्व अनुमानों में हर साल औसतन 10 प्रतिशत की कटौती कर रहे हैं, क्योंकि कम वितरण और वाणिज्य / राजस्व आंशिक रूप से उच्च भुगतान राजस्व में बदलाव आता है। हमने अपनी आय में कटौती (हमारे नुकसान के अनुमानों में वृद्धि) 16-27 प्रतिशत तक की है। कम राजस्व और कर्मचारियों तथा सॉफ्टवेयर सेवाओं पर अधिक खर्च के कारण हमने कुल उत्पादन लिए 27 प्रतिशत कटौती की है ।"
मैक्वेरी ने कई चुनौतियांे का जिक्र किया जो पेटीएम के लिए नियामक से लेकर व्यवसाय क्षेत्र तक हैं। मैैक्वरी ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के प्रस्तावित डिजिटल भुगतान नियम वॉलेट शुल्क को सीमित कर सकते हैं। पेटीएम के लिए भुगतान व्यवसाय अभी भी कुल सकल राजस्व का 70 प्रतिशत है और इसलिए शुल्क राजस्व को सीमित करने कोई भी नियम महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। इसमें पेटीएम के बीमा क्षेत्र में हाल ही में प्रवेश को बीमा नियामक इरडा द्वारा खारिज कर दिया गया था। हमारा मानना है कि यह पेटीएम के बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त करने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ प्रबंधन का गायब रहना भी चिंता का एक और कारण है। वरिष्ठ अधिकारी पेटीएम से इस्तीफा दे रहे हैं जो चिंता का विषय है। ै यदि वर्तमान में नौकरी छोड़ने की दर जारी रहती है तो यह यह इस व्यवसाय को प्रभावित कर सकता । पिछले 12 महीनों में, इसके द्वारा वितरित ऋणों के लिए पेटीएम का औसत आंकड़ा कम होता जा रहा है और यह 5,000 रुपये से कम के स्तर पर है। इसे देखते हुए हमें नहीं लगता कि यह कई व्यापारी ऋण पेश कर रहा है और अधिकांश छोटे मूल्य के बीएनपीएल ऋण है।