जल के लिए जन और जनप्रतिनिधियों ने किया श्रमदान
सांसद और जलप्रहरी मोहन नागर के मार्गदर्शन में खोदी 200 खतियां
कान्हावाड़ी की मेंढा टेकड़ी से हुआ गंगावतरण अभियान का श्रीगणेश
विकास बत्रा 9425002223
खबरमंत्री न्यूज़ नेटवर्क
घोड़ाडोंगरी । आजादी के 75 वर्ष में अमृत महोत्सव के अवसर पर बैतूल जिले की 75 पहाड़ियों पर वर्षाजल संरक्षण हेतु गंगावतरण अभियान के माध्यम से 75 हजार जल संरचनाओं के निर्माण का शुभारम्भ रविवार को ग्राम कान्हावाड़ी की मेढ़ा टेकड़ी पर हुआ । क्षेत्रीय सांसद श्री दुर्गादास उइके, जल प्रहरी व गंगावतरण अभियान के संयोजक मोहन नागर की उपस्थिति में संत रैदास की जयन्ती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर पहाड़ी का पूजन किया तथा 300 से अधिक श्रमदानियों ने पहाड़ी पर श्रमदान से दो घण्टे में दो सैंकड़ा जलसंरचनाओं का निर्माण किया ।
अभियान का नेतृत्व जल प्रहरी मोहन नागर ने किया जिसमें सांसद दुर्गादास उइके, कार्यक्रम संयोजक नरेंद्र उइके एवं दीपक उईके, राजेश परते, ग्रीन टाइगर्स के तरुण वैद्य एवं टीम, राजेश सिंह भदौरिया, विकास विश्वास, जन अभियान परिषद के सन्तोष सिंह राजपूत, पवन परते व प्रस्फुटन समिति के कार्यकर्ता, विद्या भारती जनजाति शिक्षा के अनिल उइके, जोधाप्रसाद, भाजपा नेता विशाल बत्रा, राजेंद्र मालवीय, मंडल अध्यक्ष राजेश महतो, सरपंच राधेश्याम उइके, सुरजन सलाम,संजू आहाके, मनोज धुर्वे, जनपद सदस्य प्रदीप विश्वास, रेवाराम उइके, जगदीश यादव, अमरनाथ यादव, राजू यादव, शेर सिंह मर्सकोले, जन अभियान परिषद के नंदराम उइके, सहित आसपास के ग्रामों के सैकड़ों नागरिक भी जुटे और जल संरक्षण के लिए मेंढा टेकड़ी पर खतियां खोदकर अपना योगदान दिया। गंगावतरण अभियान के तहत आयोजित इस अभियान में शनिवार को 200 से अधिक खंतियाँ खोदी गई। कार्यक्रम संयोजक नरेंद्र उइके, दीपक उईके ने बताया कि मेंढा टेकड़ी पर 3000 से अधिक खंतियाँ खोदने की योजना है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के जल प्रहरी सम्मान से सम्मानित पर्यावरणविद मोहन नागर ने पूरे अभियान में मार्गदर्शन किया। उन्होंने मेंढा टेकड़ी को हरा-भरा करने के लिए सुव्यवस्थित तरीके से खतियां खोदने की योजना के बारे में उपस्थित नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को तकनीकी जानकारी भी दी। अभियान के तहत सांसद श्री उइके, जल प्रहरी मोहन नागर सहित सभी नागरिकों ने भी खंतियाँ खोदी। इस अभियान में देर शाम तक 200 से अधिक खतियां खोदी गई।
पर्यावरण बचाना सभी का दायित्व : सांसद
प्रकृति ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है मनुष्य का कर्तव्य भी है कि प्रकृति का संरक्षण करने के लिए अपना दायित्व निभाए। यह विचार बैतूल हरदा हरसूद संसदीय क्षेत्र के सांसद दुर्गादास उइके ने शनिवार की सुबह कान्हावाडी ग्रामपंचायत के घुग्घी ग्राम की मेंढा टेकड़ी पर आयोजित गंगावतरण अभियान में उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जल प्रहरी मोहन नागर ने जिले के कई क्षेत्रों में इस तरह के अभियान चलाकर सूखी या बंजर पहाड़ियों को हरा-भरा करने का चमत्कार कर दिखाया है। सांसद श्री उइके ने विश्वास जताया कि कान्हावाडी पंचायत की मेंढा टेकड़ी भी आने वाली समय में हरे भरे पेड़ों से लहलहाएगी।
जल संरक्षण पुण्य कार्य है, खंती खोदकर अपना योगदान दें : मोहन नागर
जल जंगल जमीन पेड़ पौधे सभी ने मनुष्य को जीवन दिया है। मनुष्य की जिम्मेदारी है कि पेड़ पौधों के संरक्षण के लिए जल का संरक्षण करें। इससे प्रकृति का संतुलन बना रहेगा और मनुष्य को जीवन ऊर्जा मिलती रहेगी। यह विचार केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के जल प्रहरी सम्मान से सम्मानित पर्यावरणविद मोहन नागर ने कान्हावाडी ग्रामपंचायत के घुग्घी गाँव मे आयोजित गंगावतरण अभियान में उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जब इस पहाड़ी पर 3000 से अधिक खतियां खुद जाएगी तब आप देखना कि आस-पास के गांव में भी जल स्रोतों का जल स्तर बढ़ जाएगा। बारिश के दिनों में एक-एक खंती से प्रतिदिन एक-एक हजार लीटर पानी जमीन में उतरेगा तो कल्पना की जा सकती है कि इस पहाड़ी ही नहीं अपितु आसपास के क्षेत्रों में भी कितनी हरियाली छा जाएगी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित आसपास की ग्राम पंचायतों के सरपंच गणों का आह्वान करते हुए कहा कि इस तरह के अभियान शासकीय योजनाओं की तरह नहीं चलाए जाकर इसमें जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कई ग्राम पंचायतों के सरपंचों से संकल्प करवाया कि वह अपने ग्रामों की सूखी पहाड़ियों पर भी इस तरह का अभियान चलाकर उन्हें हरा-भरा करने का बीड़ा उठाएंगे।