छत्तीसगढ़ के महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप केस के मुख्य आरोपी सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर पर दुर्ग पुलिस ने इनाम घोषित किया है. सौरभ चंद्राकर को पकड़वाने वाले को आईजी के तरफ से 25,000 रुपये और एसपी की तरफ से 10,000 रुपये मिलेंगे. मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर भिलाई का ही रहने वाला है, लेकिन दुबई में बैठकर महादेव ऑनलाइन सट्टा एप चलाता है. अब तक पुलिस ने देश के कई राज्यों में महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के पैनल को ध्वस्त किया है. इस मामले में अरबों रुपए सीज हो चुके हैं.

इधर, सट्टा ऐप माम में फरार चल रहे आरक्षक क्रमांक 99 अर्जुन यादव को पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरक्षक अर्जुन यादव को पुलिस की सेवा से बर्खास्त करने के आदेश दिए. एसपी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर करवाई की. 

आरक्षक के खिलेलाफ चल रही थी जांच

बर्खास्त आरक्षक के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी, जिसके आधार पर 27 फरवरी 2023 को दुर्ग पुलिस की तरफ से आरोप पत्र जारी किया गया था. आरक्षक की तरफ से इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया गया. अर्जुन यादव महादेव एप घोटाले का भी आरोपी है. उसका एक भाई भीम यादव भी महादेव एप मामले में जेल में बंद है. वहीं एक भाई सहदेव यादव भी फरार बताया जा रहा है.

31 लोग बनाए गए आरोपी

महादेव एप मामले में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट के एडवोकेट के मुताबिक, मनी लांड्रिंग समेत अन्य मामलों में 31 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इन सभी को नोटिस जारी किया गया है. फिलहाल महादेव एप मामले में कुल 6 आरोपी जेल में बंद हैं. महादेव बेटिंग एप मामले में आरोपी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कांस्टेबल भीम सिंह, सतीश चंद्राकर, हवाला ऑपरेटर दमानी भाई और आसिम दास ईडी की हिरासत में हैं. ईडी ने इस सभी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी ने आसिम दास को पकड़कर उससे 5.39 करोड़ रुपए बरामद किए हैं.