बेंगलुरु ।   कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 1992 बाबरी मस्जिद केस के एक आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा किया है। इसके बाद सियासी घमासान मच गया है। भाजपा का कहना है कि राम मंदिर निर्माण से बौखलाई कांग्रेस अब हिंदु कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।

तब 20 साल का था, अब 50 की उम्र में किया गिरफ्तार

कर्नाटक की हुबली में पुलिस ने 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुबली में हुए दंगों में कथित संलिप्तता के लिए 50 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी उस समय 20 साल का था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कर्नाटक में लंबित मामलों को निपटाने के लिए अभियान शुरू किया है और 30 साल बाद आरोपी की गिरफ्तारी उसी का हिस्सा है।

भाजपा ने लगाया हिंदुओं को निशाना बनाने का आरोप घटनाक्रम सामने आने के बाद भाजपा ने अपने एक्स हेंडल पर लिखा, कर्नाटक में कांग्रेस ने शर्मनाक तरीके से हिंदू कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया है। बुजुर्ग कारसेवक श्रीकांत पुजारी को 31 साल पुराने फर्जी मामले में गिरफ्तार किया गया है। जिस समय देश के हिंदू राम मंदिर का जश्न मना रहे हैं, कांग्रेस का कायरतापूर्ण कदम वास्तविकता को स्वीकार करने से उनके इनकार को दर्शाता है। हिंदुओं के खिलाफ ऐसी कार्रवाई निंदनीय है।

भाजपा के आरोपों पर मुख्यमंत्री की सफाई

भाजपा के आरोपों पर खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित या किसी के खिलाफ नफरत का नहीं है। अगर किसी ने गलती की है तो हम क्या करेंगे? क्या हमें उस व्यक्ति को छोड़ देना चाहिए? पुलिस ने कानून के मुताबिक काम किया है। हमने किसी भी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया है।'