छत्‍तीसगढ़ में समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान खरीदी का रिकार्ड टूटा है। विष्णुदेव साय सरकार ने 111.75 लाख टन धान खरीदकर नया कीर्तिमान रच दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप 3,100 रुपये प्रति क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी के निर्णय से किसानों में उत्साह है। खरीफ वर्ष 2023-24 में 130 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य है, जो कि पूरा होने की कगार पर है। हालांकि धान खरीदी के लिए अभी भी 15 दिन बचे हुए हैं। प्रदेश में बीते एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी हो रही है, जो 31 जनवरी तक चलेगी।

धान का उठाव लगातार जारी

धान खरीदी के साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव भी किया जा रहा है। अब तक 92 लाख 5 हजार 247 टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है। मिलरों ने 71 लाख 87 हजार 338 टन धान का उठाव किया है।

25,500 रुपये का अतिरिक्त लाभ

राज्य सरकार की ओर से इस वर्ष किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान की खरीदी हो रही है। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल कामन धान की 2040 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से किए जाने के साथ ही उन्हें प्रति एकड़ 9000 रुपये की इनपुट सब्सिडी दी गई थी, जिसे मिलाकर अधिकतम 39,600 रुपये का भुगतान होता था।

इस वर्ष 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से होने से किसानों को प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेचने पर 65,100 रुपये मिलेंगे। इस वर्ष धान बेचने पर किसानों को गत वर्ष की तुलना में 25,500 रुपये का अतिरिक्त लाभ होगा। हालांकि, 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी करने के लिए विष्णुदेव साय सरकार की ओर से आदेश जारी नहीं हुआ है। कुछ दिन पहले सरकार की ओर से कहा गया था कि यह लाभ भी जल्द ही मिलेगा।