रायपुर. स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और ‘हेल्थ फ़ॉर आल’ के साथ वर्ष 2023-24 की कार्ययोजना पर हुई चर्चा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने आज विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में विभाग के साथ जुड़कर कार्य करने वाले अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय संस्थाओं तथा गैर-शासकीय संगठनों (एनजीओ) की बैठक ली। उन्होंने नवा रायपुर के स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और ज्यादा से ज्यादा लोगों को शासकीय अस्पतालों के माध्यम से इलाज मुहैया कराने के लिए विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सहयोगी संस्थाओं की भागीदारी से स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की तथा उन्हें और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान, महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा और राज्य एनजीओ नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन भी बैठक में शामिल हुए। डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, जपाइगो, आईपीएएस, यूएनडीपी, यूएसएडी, एविडेंस एक्शन, टाटा ट्रस्ट, परिमल स्वास्थ्य, न्यूट्रिशियन इंटरनेशनल और क्योर इंटरनेशनल सहित अनेक गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद थे।

स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने बैठक में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर इस साल की थीम ‘हेल्थ फ़ॉर आल’ को साकार करने सभी सहयोगी संस्थाओं और गैर-सरकारी संगठनों से अपील की। उन्होंने सभी संस्थाओं को लोगों तक गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डब्ल्यूएचओ के श्री उरया नाग ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘हेल्थ फ़ॉर आल’ के विभिन्न आयामों की जानकारी दी।

श्री प्रसन्ना ने प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाओं और एनजीओ द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं की सराहना की। उन्होंने बैठक में शामिल विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने में जमीनी स्तर पर यदि कोई कमी दिखाई दे, तो वे इससे विभाग को अवगत कराएं, ताकि कमियों-खामियों को दूर कर नागरिकों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। उन्होंने आईएमआर और एमएमआर की दर घटाने के लिए काम करने को कहा। उन्होंने प्रदेश में हो रहे डेथ ऑडिट का अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने भी कहा।

बैठक में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सहयोगी संस्थाओं और गैर-शासकीय संगठनों द्वारा संचालित कार्यक्रमों की कार्ययोजना व गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा हुई। सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए सुझाव भी रखे। प्रदेश में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय संस्थाएं तथा गैर-शासकीय संगठन कैंसर, मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीबी, फाइलेरिया, वयोवृद्ध स्वास्थ्य, मेडिकल आक्सीजन सर्विसेज सपोर्ट तथा गैर-संचारी रोगों के निदान में अपनी विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में भी योगदान दे रही हैं।