भोपाल। राजधानी के चूनाभट्टी इलाके में मानव कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच के बाद मृतक की शिनाख्त कर ली है, जो 18 दिन से लापता थे। शुरुआती जांच के आधार पर इस बात की आशंका है, कि मृतक का जंगली जानवरों ने शिकार किया होगा। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार शाम के समय गांव में रहने वाली एक महिला लकड़ी बीनने जंगल में गई थी। जहां उसने झाड़ियों के बीच कंकाल को पढ़ा देख गांव वालों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल के आसपास मिले कपड़े और अन्य सामान के आधार पर गांव वालों की मदद से उसकी पहचान 57 वर्षीय राजेंद्र सिंह परिहार पिता गोपाल सिंह परिहार निवासी वाल्मीकि परिषद कलियासोत के रूप में हुई जो ड्राइवरी करता था। हादसे की सूचना पाकर पहुंचे मृतक के परिजनों ने बताया कि 11 जुलाई को राजेंद्र सिंह घर से बिना बताए कहीं चले गए थे। काफी खोजबीन के बाद परिवार वालों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट चुना भट्टी थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस टीम ने बताया की इस स्थान पर कई जंगली जानवरों का मूवमेंट भी देखा गया है, यहां मगरमच्छ भी बड़ी संख्या में है। जिसके चलते मृतक का शिकार किए जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। मृतक की खोपड़ी और एक हाथ तथा एक पाव की हड्डियां मिली है, लेकिन कंकाल का काफी हिस्सा गायब है। हालांकि मौत के सही कारणों का खुलासा पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद ही सामने आ सकेगा फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है।