भोपाल ।   मध्यप्रदेश विधानसभा में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर भोपाल से दिल्ली तक हलचल तेज हो गई है। मेल-मुलाकात का दौर भी शुरू हो गया है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं न तो कभी दावेदार था और न ही आज हूं।  मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बम्पर जीत हासिल की है। इसके बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस सवाल पर चर्चाओं का बाजार गरमा गया है। शिवराज सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम भी चर्चा में आ गए हैं। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि मैं न कभी मुख्यमंत्री पद का दावेदार था और न ही आज हूं।  एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मैं एक कार्यकर्ता हूं। पार्टी ने जब जो काम दिया, उसे पूरी प्रामाणिकता, ईमानदारी से पूरा काम किया है। पूरा सामर्थ्य उसमें झोंका है। मैं न तो पहले कभी मुख्यमंत्री पद का दावेदार था और न ही आज हूं। कार्यकर्ता के नाते सदैव भारतीय जनता पार्टी मुझे जो भी काम देगी, उस काम को समर्पित भाव से अपनी संपूर्ण शक्ति, क्षमता और प्रामाणिकता और ईमानदारी से सदैव करता रहूंगा। मोदी जी हमारे नेता हैं। उनके साथ काम करने में हमने सदैव गर्व और आनंद का अनुभव किया है।"

मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा

उन्होंने कहा कि "मैं अत्यंत सौभाग्यशाली हूं कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं। भाजपा राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का मिशन है। एक कार्यकर्ता के नाते उस मिशन को पूरा करने में हम दिन-रात लगे हैं। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि नरेंद्र मोदी जी हमारे नेता हैं। उनके साथ काम करने का मौका मिला है। नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एक वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। ऐसे भारत के निर्माण के हम उपकरण मात्र हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि मोदी जी के नेतृत्व में हमारे सामने भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा और शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन पूरी दुनिया को कराएगा। इस मिशन में एक कार्यकर्ता के तौर पर मैंने स्वयं को हमेशा समर्पित किया है।" 

लाड़ली बहनों, भांजे-भांजियों का माना आभार

शिवराज ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश की जनता का आभारी हूं। विधानसभा चुनावों में उनका भरपूर आशीर्वाद और प्यार हमें मिला है। अभूतपूर्व जनसमर्थन मिला है। भाइयों और लाड़ली बहनों ने और भांजे-भांजियों ने जो प्यार और समर्थन दिया है, वह अभूतपूर्व है। मैं उनका आभारी हूं। एक परिवार के सदस्य के नाते हम उनके लिए काम करते रहेंगे। 

दावेदार दिल्ली में कर रहे हैं मेल-मुलाकात

भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनाव लड़ाया है। मंडला में केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह सतना में सांसद गणेश सिंह हारे हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल के साथ-साथ विजयवर्गीय को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में गिना जा रहा है। प्रहलाद पटेल ने सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इसके अलावा विजयवर्गीय भी दिल्ली में हैं। इन नेताओं के समर्थक अपने नेता को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। प्रदेश में सबसे अधिक अंतर से जीत दर्ज करने वाले इंदौर-2 के विधायक रमेश मेंदोला ने भी कहा कि जनता विजयवर्गीय को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है।  वहीं, मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।