शिजांग । तिब्बत के शिजांग शहर में भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर भूकंप आया था। इसका केंद्र जमीन से 106 किलोमीटर नीचे था। इससे पहले भी शिजांग क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के झटके बीते 3 अप्रैल को रात एक बजे महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई थी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉडी ने भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की थी। भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई के साथ 33.54 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.41 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया था। धरती के अंदर मौजूद प्लेटों के टकराने के चलते भूकंप आते हैं। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं, जो लगातार घूमती रहती है। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने के चलते वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। 
इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसके चलते धरती हिलती है। रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किये जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप हर रोज दुनियाभर में महसूस किये जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल 49,000 बार दर्ज किये जाते हैं। इन्हें महसूस किया जा सकता है। लेकिन शायद ही इससे कोई नुकसान होता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो पूरी दुनिया में एक साल करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किये जाते हैं।